पाकिस्तान कराची पुलिस कार्यालय पर हमला: पाकिस्तान के कराची (कराची) में एजेंसी ने शुक्रवार (17 फरवरी) को शाम को पुलिस मुख्यालय पर हमला बोल दिया। करीब 4 घंटे तक ताबड़ फायरिंग की गई। इस हमले में 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब 18 लोग घायल हो गए। शुक्रवार को देर रात पुलिस और सुरक्षा बल के चक्रों ने पुलिस मुख्यालय की निगरानी (आतंकवादियों) से खाली कर ली।
पुलिस और सुरक्षाबलों के सील्स ने 5 मिरर्स को मार गिराया। ये सभी तहरीक-ए-तालिबान (पाकिस्तान) के आतंकवादी जुड़ रहे हैं।
कराची पुलिस मुख्यालय पर हमला
देश की सबसे अधिक आबादी वाले शहर शरिया फैसल इलाके में स्थित पुलिस मुख्यालय की इमारत पर नियंत्रण हासिल करने के लिए करीब चार घंटे तक अभियान चलाया गया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ये अभियान शुक्रवार रात करीब 10 बजकर 50 मिनट पर खत्म हो गया। भारी शूटिंग के दौरान सुरक्षा बल के जवान समेत 4 की मौत हो गई। एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार सीसरंध के प्रवक्ता मुर्तजा वहाब सिद्दीकी ने बताया, “हमले में चार लोग मारे गए, जिनमें दो श्रेष्ठता, एक रेंजर और एक सफाई कर्मचारी शामिल हैं”।
5 भी मारे गए
पीटीआई ने एक वरिष्ठ सुरक्षा स्रोत का हवाला देते हुए बताया है कि ऑपरेशन के दौरान ऑपरेशन के दौरान पांच आतंकवादी मारे गए थे। हमला शुक्रवार शाम 7:10 बजे शुरू हुआ था। सुरक्षाबलों के चक्रव्यूह ने विरोधी के खिलाफ अभियान को रात करीब पौने दस बजे खत्म कर दिया। प्रांतीय प्रशासन के एक वरिष्ठ सदस्य ने कहा कि के पदों पर हमला एक गंभीर सुरक्षा चूक थी।
सुरक्षा को लेकर सवाल
कानून प्रवर्तन एजेंसी के मुख्यालय पर हमलों को एक गंभीर सुरक्षा चूक के रूप में देखा जा रहा है। प्रांतीय मध्य में भारी सुरक्षा वाले कराची पुलिस कार्यालय (केपीओ) पर हमलों के बाद सरकार की चिंताओं और निर्णय में सुरक्षा व्यवस्था की वर्तमान स्थिति पर चिंता हो गई है। प्रशासन और प्रांतीय सरकार ने ‘संवेदनशील आशंका’ करने का फैसला लिया है।
पीएम शहबाज ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान न केवल आतंकवाद को जड़ से लेगा, बल्कि निशान को न्याय के कठेघर में लाकर सजा देगा। सिंध के जिम्मेदार मुराद अली शाह ने पुलिस उप महानिरीक्षक (DIG) पर पुलिस प्रमुख के कार्यालय पर हमला स्वीकार नहीं किया है। उन्होंने हमलों के पीछे साजिश रचते हुए तुरंत गिरफ्तार करने के आदेश दिए।
अमेरिका ने भी की हमले की निंदा
उरद्र, अमेरिका ने भी हमलों की निंदा की। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने दावा किया कि संयुक्त राज्य अमेरिका प्रत्यक्षदर्शियों के खिलाफ पाकिस्तान के साथ खड़ी से लड़ाई में खड़ा है। हिंसा का जवाब नहीं है और इसे बंद कर दिया जाना चाहिए।
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