दिल्ली एमसीडी चुनाव परिणाम 2022: दिल्ली नगर निगम चुनाव (एमसीडी चुनाव) में आम आदमी पार्टी (आप) ने बंपर जीत हासिल कर चुनावी इतिहास रच दिया है। आप निकाय चुनाव में पिछले 15 सालों से एमसीडी पर काबिज बीजेपी (बीजेपी) को सत्ता से बाहर कर 134 एक्सपोजर पर जीत दर्ज की है।
बीजेपी को नगर निगम में इस बार बैठने में बैठना होगा। उन्होंने इस चुनाव में कुल 104 क्षेत्रों पर जीत हासिल की है तो वहीं कांग्रेस दहाई अंकों को भी नहीं छु पाई है। कांग्रेस को 9 व्यक्त पर जीत मिली है, जबकि 3 व्यक्त पर निर्दलीय उम्मीदवार भी जीते हैं। निकाय चुनाव में जीत के बाद से ही आप में जोश का माहौल है। पार्टी अरविंद केजरीवाल ने जीत के बाद कहा, वह दिल्ली की जनता को धन्यवाद देते हैं और उनके कर्जदार हैं।
2017 के एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 48 वोट पर जीत दर्ज की थी और उसका वोट शेयर 26.23 प्रतिशत था। पांच साल में आम आदमी पार्टी के वोटिंग पर सेंसे की संख्या में इजाफा हुआ है। 2022 के निकायों के चुनाव में उसे 42.05 प्रतिशत वोट मिले हैं।
वोट प्रतिशत बढ़ा, घट गए सीट
बीबीसी इस बार अपने मत प्रतिशत को देखकर खुश हो सकता है। 2012 के चुनाव में वह 138 अटैचमेंट्स थी और उसका कुल मत प्रतिशत 36.74 था। 2017 के निकाय चुनाव में बीजेपी ने 181 सीटों का चार्टर किया था और उसका मत प्रतिसत 36.08 प्रतिशत था। इस चुनाव में बीजेपी को कुल 39.09 प्रतिशत वोट मिले, लेकिन खास संख्या घटकर 104 ही रह गई।
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क्या रहा कांग्रेस का मत प्रतिशत?
निकाय चुनाव में दहाई का अंक भी नहीं छू सका कांग्रेस को 2022 के निकायों के चुनाव में 9 सीट मिले हैं। उसका मैट परसेंटर 11.68 परसेंट रहा है। 2017 के चुनावों में कांग्रेस ने कुल 30 मतदाता योजनाओं को जारी किया था और 2012 के मामले में उसका मत प्रतिशत घटक 21.09 प्रतिशत पर सिमट गया था। 2012 के चुनावों में कांग्रेस ने 77 सीटों पर जीत दर्ज की थी और उसका मत प्रतिशत 30.54 प्रतिशत था।
पिछले 10 सालों का रिकॉर्ड देखें तो बीजेपी को ही आप ने ट्वीट नहीं किया है, बल्कि किसी को वास्तविक नुकसान पहुंचाता है तो वो कांग्रेस है। आप ने पार्टी की रूटों पर हिट किया है। दिल्ली निकाय चुनाव का रिजल्ट यही कहानी कह रहा है।
जीत की प्रमुख वजह क्या है?
दिल्ली के निकाय चुनाव पर हंगामा करें तो इस बार आप की जीत की बड़ी वजह दिल्ली के मध्यमवर्गीय और निम्न मध्यमवर्गीय परिवार हैं। सब्सक्राइबर के सीधे काम से मध्यम वर्ग की जेब को रिलेक्स किया जा रहा है। यही कारण है कि बीजेपी और कांग्रेस के लोगों को समझ में नहीं आता और उन्होंने अपना गारंटी पर जमा दिया।
हर दिन अपनी रोजी-रोटी के लिए संघर्ष कर रही दिल्ली की निचली मिडिल क्लास जनता की तीन बड़ी प्राथमिकताएं मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी, मुफ्त इलाज और अच्छी शिक्षा है। इन फ़ोल्डर को आप अच्छे से समझ रहे हैं। केजरीवाल की जनता को अच्छे अस्पताल, स्कूल, कूड़े के ढेर से मुक्ति, साफ पानी, मोहल्ला दवा से सीधा फायदा पहुंचाने का वादा ही नहीं कर रहे हैं, बल्कि पहुंचते हुए नजर भी आ रहे हैं। इसलिए दिल्ली का एक बड़ा वर्ग बाकी जाति से छिटककर उनके पाले में दिख रहा है।