पंजाब पुलिस स्टेशन पर हमला: पंजाब के सीमावर्ती जिले तरन तारन में एक पुलिस थाने पर रॉकेट से ग्रेनेड (आरपीजी) हमला किया गया। पिछले सात महीने में पंजाब के तरनतारन में यह इस तरह की दूसरी घटना है। राज्य के पुलिस दावे (डीजीपी) गौरव यादव ने इस हमले को पड़ोसी देश की ओर से हजारों घाव देने की रणनीति का फैसला किया। पुलिस ने बताया कि कुछ अज्ञात लोगों ने शुक्रवार (9 दिसंबर) को देर रात क्लोजर रॉकेट दागा, जो जिले में अमृतसर-बठिंडा हाईवे पर स्थित सरहाली पुलिस थाने से लगे सांझ सेंटर पर गिरा।
अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार (9 दिसंबर) रात को आरपीजी (आरपीजी) से हुए इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन सरहाली पुलिस थाने के ठीक सामने की इमारत की खिड़की खोखली हो गई है। आरपीजी से हुए हमलों के बाद राज्य की विपक्षी संभावनाएं शनिवार (10 दिसंबर) को भगवंत मान के आने की चाह की मांग की। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी (सरकार) की कानूनी व्यवस्था में ‘उदासीनता’ का यह ‘प्रत्यक्ष परिणाम’ है। डीजीपी (डीजीपी) ने बताया कि प्राथमिक सूचना के अनुसार सैन्य श्रेणी का ग्रेनाड है और संदेह है कि इसे सीमा पार से तस्करता लाया जाएगा।
पंजाब पुलिस जांच में जुटी
भारत में पाकिस्तान आतंक की ओर संकेत देते हुए यादव ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और केंद्रीय निशान के समन्वय से पंजाब पुलिस मामले की जांच कर रहा है। पंजाब के तरनतारन के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गुरमीत सिंह चौहान ने बताया कि कुछ संदिग्धों से मामले में पूछताछ की जा रही है और जांच जारी है। सांझ केंद्र प्राथमिक की प्रति, पासपोर्ट सत्यापन और अनापत्ति प्रमाण पत्र जैसी जारी नामांकन है।
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पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय पर हमला
इससे पहले मई में मोहाली स्थित पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय पर आरपीजी से हमला किया गया था। कारण पर मौजूद गौरव यादव ने कहा कि प्राथमिक जांच के अनुसार आरपीजी की मदद से ग्रेनेड को शुक्रवार रात 11 बजकर 22 मिनट पर हाईवे से दागा गया जो सरहाली पुलिस थाने के सुविधा केंद्र पर गिरा। उन्होंने मीडिया से बातचीत में बताया, ”संयुक्त गैर कानूनी संगठन (निषेध) अधिनियम या यूएपीए के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।”
दुश्मन देश परेशान है
राज्य के प्रमुख पुलिस ने कहा कि इस कायराना हमलों को रात के अंधेरे में अंजाम दिया गया क्योंकि पिछले एक महीने में एरोइड के माध्यम से हेरोइन और मजबूरी के कारण जाने के बाद दुश्मन देश परेशान है। उन्होंने बताया, ”इसी साल 200 से अधिक बार ड्रोन की सीमा पार से आने की घटना हुई और एक महीने में ही कई ड्रोन मार गिराए गए और हेरोइन, हथियार और गोला-डायनेटो ज़ब्त हो गए।”
आप सरकार पर कानून नहीं संभालने का आरोप
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने आप सरकार पर कानून व्यवस्था में विफल होने के आरोप लगाए भगवंत मान कॉम की चाह की। शिअद प्रवक्ता दलजीत चीमा ने कहा, ”आज के हमलों ने पंजाबियों को स्तब्ध कर दिया है। राज्य के इतिहास में पहली बार हो रहा है कि मान नीत आप सरकार के आठ महीने के शासन में दूसरी बार आरपीजी पर हमला हो रहा है।”
बीजेपी के पार्षद तरुण चुघ ने आरोप लगाया कि ‘आप’ सरकार कानून व्यवस्था कायम रखने में पूरी तरह से विफल रही है। आरपीजी के हमले और हाल में जालंधर में फंसे हुए बंधुओं की हत्या का हवाला देते हुए चुघ ने कहा कि मान को अपनी जिम्मेदारी का निवर्हन करने में ‘नाकाम’ होने पर राज्य की जनता से जोकरीनी चाहिए। चुघ ने कहा कि अगर मान सीमावर्ती राज्य की कानून व्यवस्था को संभाल नहीं सकते तो अपने पद से इस्तीफा दे दें।
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