भारतीय विदेशी मुद्रा भंडार: लगातार दूसरे हफ्ते भारत के विदेशी मुद्रा भंडार (इंडिया फॉरेक्स रिजर्व) में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। 26 मई को समाप्त सप्ताह में भारत का फॉरेक्स रिजर्व 4.34 अरब डॉलर तक घटा (भारतीय विदेशी मुद्रा भंडार) हो गया। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (भारतीय रिजर्व बैंक) द्वारा जारी किए गए डाटा के अनुसार लगातार दूसरे सप्ताह फॉरेक्स रिजर्व में बड़ी गिरावट (फॉरेक्स रिजर्व डिक्लाइन) दर्ज की गई है। इस गिरावट के बाद विदेशी मुद्रा विक्रेता 589.14 बिलियन डॉलर रह गया है।
पिछले हफ्ते भी बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी
वहीं पिछले हफ्ते की बात करें तो 19 मई को खत्म हुए हफ्ते में देश के कुल विदेशी मुद्रा बाजार में 6.05 बिलियन डॉलर की बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी और कंपोनेंट 593.48 बिलियन डॉलर रह गया था। ध्यान देने वाला यह है कि भारत का फॉरेक्स रिजर्व अपने सुप्रीम स्तर पर अक्टूबर 2021 में 645 बिलियन डॉलर (भारतीय विदेशी मुद्रा भंडार उच्चतम) के करीब पहुंच गया था।
विदेशी मुद्रा विक्रेता में गिरावट क्यों दर्ज की जा रही है
31 मार्च, 2023 की बात तो भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 578.4 अरब डॉलर (मार्च में भारतीय विदेशी मुद्रा भंडार) था। ऐसे में यह सवाल उठता है कि भारत के फॉरेक्स रिजर्व में बड़ी गिरावट क्यों दर्ज की जा रही है। वैश्विक मुद्रा को देखते हुए कई दवाओं के बीच रुपये की कीमत को बनाए रखने के लिए आरबीआई ने विदेशी मुद्रा का उपयोग किया है। ऐसे में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट दर्ज की गई है। रिजर्व बैंक ने यह भी जानकारी दी है कि देश का सोना रिजर्व 22.5 करोड़ डॉलर घटकर 44.90 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है।
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