यूक्रेन शांति योजना पर पुतिन शी जिनपिंग: इस वक्त चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (शी जिनपिंग) रूस के दौरे पर हैं, जहां वो देश के सर्वोच्च नेता व्लादिमीर पुतिन (व्लादिमीर पुतिन) से कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श कर रहे हैं। वैसे ये पहला मौका है, जब रूस और यूक्रेन के युद्ध के बाद चीन के राष्ट्रपति ने रूस का दौरा किया। इससे पहले साल 2019 में शी जिनपिंग ने रूस का दौरा किया था।
इस दौरे से पहले ये भी आशंका जताई जा रही थी कि शायद ये दौरा यूक्रेन युद्ध पर कुछ सकारात्मक प्रभाव डाल पाए, क्योंकि चीन पहले ही यूक्रेन युद्ध को लेकर शांति की बात कर चुका है। वहीं चीन के शी जिनपिंग के साथ बातचीत के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर व्लादिमीर ने कहा कि चीनी नेताओं को यूक्रेन में शांति समझौते के आधार के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
पश्चिम और यूक्रेन शांति के लिए तैयार नहीं हैं
रूस और यूक्रेन के बीच चीन की शांति समझौते को लेकर व्लादिमीर व्लादिमीर ने आरोप लगाते हुए कहा कि पश्चिम और यूक्रेन शांति के लिए तैयार नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि चीन की तरफ से पेश की गई शांति योजना के कई नियम रूसी नजरियों से मेल के फायदे हैं। वहीं अगर कभी पश्चिम और कीव शांति समझौते के लिए तैयार होते हैं तो योजना को कार्य समाधान के आधार पर लिया जा सकता है। हालांकि, अभी तक हमें उनकी तरफ से ऐसी कोई तैयारी नहीं दिख रही है
चीन ने अभिन्न शांति समझौते के लिए 12-सूत्र बिंदु
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार चीन ने शांति समझौते के लिए 12-सूत्र बिंदु बनाए हैं। वहीं अमेरिका ने चीन के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है, लेकिन इससे पहले यूक्रेन ने चीन की भागीदारी का स्वागत किया है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर व्लादिमीर ने चीन की शांति की पहल की प्रशंसा की है। वहीं दोनों नेताओं ने एक घोषणापत्र पर भी हस्ताक्षर किए, जिसमें कहा गया कि सभी देशों की गतिविधियों का सम्मान करना महत्वपूर्ण है। घोषणापत्र में इस बात पर जोर दिया गया कि यूक्रेन संघर्ष का नियंत्रण से बाहर होना महत्वपूर्ण है।
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