सेमीकंडक्टर क्षेत्र में निवेश: भारत निवेश के लिए एक बड़ा बाजार है। इसके मंत्री अश्विनी वैष्णव (अश्विनी वैष्णव) लैपटॉप और सेमीकंडक्टर मीठे जैसे वस्तुओं को भारत में बनाने के लिए अमेरिका में प्राधिकरण के शीर्ष अधिकारियों से मिलेंगे। इसके मंत्री जिस प्राधिकरण से अधिकारी शामिल होंगे उनमें डेल, इंटेल और गूगल शामिल हैं।
सेमीकंडक्टर पीएलआई योजना के तहत भारत सरकार का उद्देश्य सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले के निर्माण को बढ़ावा देना है। इस योजना के लिए 76,000 करोड़ रुपये की राशि दी गई है। सेमीकंडक्टर फैब और डिस्पेल मेकर कंपनियों को उनकी परियोजना लागत के लिए 50 प्रतिशत तक सहायता दी जाती है।
बड़े ऑब्जैक्ट में से एक अस्पष्ट टेक्टोनोलॉजी है
अप्रैल 2023 में (Apple) भारत से 5 बिलियन एक्सपोर्ट वाला पहला ब्रांड बन गया। ऐसा तब हो रहा है जब भारत चीन पर अपनी आपबीती कम करना चाह रहा है। पिछले दिनों बिजनेस में स्क्रैपी एक खबर के अनुसार सेंटर सरकार देश में असेंबली, टेस्टिंग, मार्किंग और पैकेजिंग की सुविधा के लिए झलक तकनीक को मौजूं दे रही है। इसके लिए करीब 1 अरब डॉलर का निवेश किया जाएगा। दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी सेमीकंडक्टर कंपनी अजीब टेक्स्टोलॉजी अमेरिका की इडाहो में स्थित है। यह कंपनी अब दुनिया भर में अपने वेफर्स को प्रॉसेस करने के लिए भारत में बनने वाली फैसिलिटी का उपयोग करेगी।
अस्पष्ट कंपनी अमेरिका, जापान, मलेशिया, सिंगापुर, ताइवान और चीन में 11 मैन्युफैक्चरिंग साइट के साथ 30.8 बिलियन डॉलर मेमोरी और स्टोरेज टेक्नोलॉजी दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में शामिल है। बता दें कि भारतीय मूल के संजय मेहरोत्रा इस कंपनी को हेड कर रहे हैं। उन्होंने अपना पढ़ाई पाठन में की है। यह कंपनी पिछले एक साल से सेमीकंडक्टर पैकेजिंग फैसिलिटी मीटिंग करने के लिए जगह तलाश रही है।
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