https://bulletprofitsmartlink.com/smart-link/133310/4

सूडान से 246 लोगों को लेकर मुंबई संदेश एयर फोर्स का विमान, भूखी महिला बोलीं- पीएम मोदी जिएं…

Share to Support us


सूडान हिंसा: संकटग्रस्त ज्वालामुखी में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए ऑपरेशन कावेरी जारी है। इसी बीच गुरुवार (27 अप्रैल) को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि फिट की एक उड़ान सूडान से 246 हिंदुस्तानी नागरिकों को लेकर मुंबई पहुंचें। इस लेकर कई यात्रियों ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आकांक्षा की। गृहयुद्ध से जूझ रहे सूडान में सेना और अर्धसैनिक बल आरसीएफ के बीच आए दिन संघर्ष तेज होता जा रहा है।

सूडान से लौटे भारतीयों ने पीएम को दी दुआएं
सूडान से भारत लौटी एक बुजुर्ग महिला यात्री ने भावपूर्ण होते हुए कहा, “भारत देश महान है। पीएम मोदी हजार साल जिएं।” वहीं एक और हिंदुस्तानी निशा मेहता ने भी पीएम मोदी का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा कि हम अपने देश में लौटकर बहुत खुश हैं। वहीं दूसरी तरफ देश से एक और शख्स अवतार सिंह ने कहा कि हिंदुस्तान वापस लौटकर उन्हें बहुत खुशी हो रही है।

कौन भारतीय अब तक दे?
भारतीय इलेक्ट्रोड के दो परिवहन के माध्यम से सूडान से 256 भारतीयों को पहले निकाला गया था। नेवी के शिप आईएनएस सुमेधा के माध्यम से भी 278 हिंदुस्तानियों को निकाला गया था। इसके अनुसार, सूडान से अब तक भारतीय नागरिकों की संख्या 780 हो गई।

केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने फ्लाइट के मुंबई के लिए रवाना होने से कुछ मिनट पहले ट्वीट किया, ”जेद्दाह से भारतीयों को तेजी से स्वदेश वापस आने के हमारे प्रयास रंग ला रहे हैं। आईएएफ सी17 ग्लोबमास्टर से 246 भारतीय जल्द ही मुंबई पहुंचेंगे।

क्या है मामला ?
सूडान में सेना और अर्धसैनिक बल के बीच शक्ति संघर्ष जारी है। पिछले कई दिनों से रिलीज लड़ाई में 400 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। दोनों तरफ से 72 घंटे के युद्ध विराम पर सहमति बनने के बाद भारत ने अपने नागरिकों को निकालने के प्रयास तेज कर दिए थे। इसके बाद ऑपरेशन कावेरी शुरू हो गया था, लेकिन युद्ध विराम के दौरान भी वहां हिंसा जारी रही।

बता दें कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्होंने इस मसले पर हाईलेवल झूठ बोला था। इसमें उन्होंने सूडान से 3000 से अधिक भारतीयों को सुरक्षित रूप से निकालने के लिए आपातकालीन तैयारी के निर्देश दिए थे। इससे पहले एस. जयशंकर ने भारतीयों को सुरक्षित निकासी को लेकर सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और मिस्र के अपने समकक्षों से बात की थी।

ये भी पढ़ें- सूडान संकट: ‘वे किसी को भी गोली मार दें, लेकिन हमें…’, सूडान से आए भारतीय नागरिकों ने सुनाई आपबीती





Source link


Share to Support us

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Download Our Android Application for More Updates

X