Vaishakh Purnima: आज वैशाख पूर्णिमा मनाई जा रही है. सनातन धर्म में वैशाख पूर्णिमा का विशेष महत्व माना गया है. इस दिन दान-पुण्य से जुड़े काम किए जाते हैं. आज के दिन ही भगवान विष्णु महात्मा बुद्ध के रूप में अवतरित हुए थे. वैशाख पूर्णिमा पर व्रत और पुण्य कर्म करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. माना जाता है कि वैशाख पूर्णिमा के व्रत के प्रभाव से अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता है. वैशाख पूर्णिमा के दिन कुछ उपाय करने से दरिद्रता दूर होती है. जानते हैं वैशाख पूर्णिमा के कुछ सरल से उपायों के बारे में.
वैशाख पूर्णिमा के उपाय
- वैशाख पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए. आज पूजा में मां लक्ष्मी को 11 पीली कौड़ियां अर्पित करें. अगर आपके पास पीली कौड़ी नहीं हैं तो सफेद कौड़ियों में हल्दी लगाकर इसे मां लक्ष्मी को चढ़ाएं. इसके बाद इन्हें लाल कपडे़ में बांधकर अपनी तिजोरी में रख दें. ऐसा करने से आपकी तिजोरी कभी खाली नहीं होती है.
- आज के दिन मां लक्ष्मी को दूध, मखाने और केसर की बनी खीर का भोग लगाना चाहिए. रात के समय मां लक्ष्मी की पूजा के बाद यह भोग मां को लगाएं. अगले दिन स्नान करने के बाद स्वयं इस खीर को प्रसाद के रूप में खाएं. इससे धन-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है.
- वैशाख पूर्णिमा के दिन तांबे के लोटे में जल लें. अब इसमें थोड़ी सी हल्दी डालकर घर के मुख्य द्वार के दोनों ओर यह जल छिड़कें. इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में मां लक्ष्मी का वास होता है. आज के दिन लक्ष्मी माता के मंदिर में झाड़ू का दान करना चाहिए.
- वैशाख पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ की पूजा बहुत शुभ मानी जाती है. आज के दिन ही भगवान विष्णु के अवतार गौतम बुद्ध का प्राकट्य हुआ था. माना जाता है कि वैशाख पूर्णिमा के दिन ही बोधि वृक्ष यानी के पीपल के पेड़ के नीचे उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई थी, इसलिए इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा का विशेष महत्व माना गया है.
- वैशाख पूर्णिमा पर जरूरतमंद लोगों को दान करना चाहिए. आज के दिन फल, पंखे, सूती वस्त्र, चप्पल और छतरी का दान करने से जीवन में सुख- शांति आती है. इस दिन घड़े का दान भी फलदायी होता है.
ये भी पढ़ें
आज कितने बजे लगेगा साल का पहला चंद्र ग्रहण? यहां जानें सही समय
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.