वरिष्ठ नागरिक बचत योजना: छोटी-मोटी सेविंग के तहत कई योजनाओं की शुरुआत की गई है। सीनियर सिटीजन किसी ऐसे में से एक है। इस अपराध के नागरिकों को व्याज और टैक्स का लाभ दिया जाता है। इस महीने के अंत तक छोटी बचत योजनाओं में होने वाले परिर्वतन को देखते हुए लोग उम्मीद कर रहे हैं कि सरकार बुजुर्ग नागरिक बचत योजनाओं का लाभ बढ़ा सकती है।
पिछले साल दिसंबर में या फिर आखिरी तिमाही में इसे लेकर बदलाव किया गया था। पिछली तिमाही के दौरान सीनियर सिटीजन सेविंग विकल्पों के साथ-साथ कई अन्य बचत योजनाओं के ब्याज में निवेश किया गया था। वर्तमान समय में सीनियर सिटीजन के इस अंक में 8 अंकों का व्याज दिया जा रहा है।
क्यों बढ़ सकता है SCSS के अंतर्गत व्याज
पिछले कुछ तिमाहियों की समझदारी के चक्कर में बड़े-बड़े धोखे लग गए हैं, जबकि इसका उलटा सीनियर सिटीजन सेविंग कमिट या छोटी बचत योजनाओं का वेग धीमी गति से बढ़ जाता है। वहीं पर किसी भी प्रकार के संबंध को भी प्रभावित कर सकता है। कुछ जानकारों का मानना है कि सरकार इसे एक बार फिर से बढ़ा सकती है।
क्यों नहीं बढ़ सकता योजना का व्याज
कुछ लोगों को यह भी लगा कि पिछली तिमाही में सरकार ने छोटी-छोटी बचत योजनाओं के लिए योजना बनाई थी। ऐसे में उम्मीद है कि सरकार इस वरिष्ठ वरिष्ठ नागरिक से निर्णय लेने के लक्ष्य में नहीं आएगी। पिछले साल दिसंबर में इस योजना के ब्याज में 8 फीसदी की बढ़ोतरी की गई थी।
बढ़ी हुई बोल्ड निवेश की सीमा है
अगर सीनियर सिटीजन इस योजना में निवेश करते हैं तो अब वे 15 लाख की जगह 30 लाख तक निवेश करेंगे। सरकार ने फरवरी में पेश किए गए इस बजट के दौरान निवेश की सीमा 15 लाख रुपये तक बढ़ा दी है। इस योजना के तहत आप नौकरी या बैंक में जाकर आवेदन कर सकते हैं।
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