दीवान-ए-आम: खतरनाक में आज (19 फरवरी) छत्रपति शिवाजी महाराज (छत्रपति शिवाजी महाराज) की 393वीं जयंती मनाई जा रही है। शिवाजी महाराज की जयंती पहली बार आगरा के किले दीवान-ए-आम में मनाई जा रही है। शिवाजी महाराज की जयंती पर घिनौनी सांस्कृतिक घटनाएँ और शौर्य गाथा गूंजेगी।
कार्यक्रम में महाराष्ट्र के एकनाथ शिंदे के साथ यूपी के नंबर योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे। जानकारी के अनुसार, इस कार्यक्रम में 1500 से 2000 तक लोगों के आने की उम्मीद है। आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने आगरा किले के दीवान-ए-आम में शिवाजी जयंती मनाई है। उन्नीस ने बताया कि सभी सूचनाओं के आधार पर कार्यक्रम होगा। कार्यक्रम का मुख्य मंच दीवाने-आम में गलत होगा।
आगरा किले में क्यों मनाई जा रही है जयंती?
आगरा के किले दीवान-ए-आम में 350 साल पहले बादशाह औरंगजेब ने छत्रपति शिवाजी महाराज को मारने की साजिश से रिकॉर्ड किया था, लेकिन शिवाजी महाराज यहां से भाग निकले थे। में मनाई जा रही है। शिवली की शौर्य गाथा को लोग महाराष्ट्र तक पहुँचने के लिए एकनाथ शिंदे सरकार ने आगरा किले में साजिश करने की अनुमति दी थी।
क्यों मनाई जाती है शिवाजी महाराज जयंती?
छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी 1630 को मराठा परिवार में हुआ था। उनके जन्मदिन के मौके पर हर साल शिवाजी महाराज जयंती मनाई जाती है। वह देश के वीर सपूतों में से एक थे। सन् 1674 में उन्होंने भारत में मराठा साम्राज्य की दावेदारी रखी थी। छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम शिवाजी भोंसले था।
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