विप्रो प्रस्ताव पत्र: वैश्विक स्तर पर कई दिग्गज कंपनियाँ मंदी की आशंका के बीच अपने मार्जिन दबाव और लागत को कम करने में जुटी हैं। इस मंदी का असर भारत में भी देखने को मिल रहा है। देश के आईटी सेक्टर (आईटी सेक्टर) की दिग्गज कंपनी विप्रो (विप्रो) से जुड़ी बड़ी खबरें आ रही हैं। विप्रो ने नौकरी के लिए आवेदन करने वाले अपने फ्रेशर कैंडिडेट्स (फ्रेशर कैंडिडेट) को कम वेतन देने की पेशकश की है। इस पेशकश के बाद से सभी उम्मीदवार खास परेशान हो रहे हैं। जानिए ऐसा क्यों हुआ और क्या है पूरा मामला..
कंपनी ने कैंडिडेट्स को मेल भेजा
बिजनेस स्टैंडर्ड के मुताबिक, विप्रो कंपनी ने इस संबंध में अपने नए कैंडिडेट्स को एक ईमेल भेजा है। ऐसी कंपनी ने 6.5 मिलियन रुपये ब्लूप्रिंट (LPA) के पैकेज वाले कैंडिडेट्स, जो ऑनबोर्डिंग का इंतजार कर रहे थे, उन्हें एक ईमेल भेजा है। इस ईमेल में कैंडिडेट्स से पूछा गया है कि क्या वे 3.5 एलपीए की सैलरी पर जॉब ज्वाइन करेंगे। विप्रो को 2022 फ़्लेट के ग्रेजुएट्स के लिए ऑनबोर्डिंग में कई महीनों तक देरी का सामना करना पड़ा है। अब कंपनी ने जिन उम्मीदवारों को पहले अधिक वेतन पर नौकरी की पेशकश की थी, उन्हें कम वेतन की पेशकश करने का फैसला किया है। इसे लेकर नए उम्मीदवार काफी नाराज चल रहे हैं।
कंपनी ने ईमेल में क्या लिखा है
कंपनी ने कैंडिडेट्स से ई-मेल में कहा है कि, हमारी इंडस्ट्री में दूसरे लोग ग्लोबल इकोनॉमिक और कस्टमर्स की खूबसूरती को देखते हैं, हमारी हायरिंग इस बात पर लगातार काम करती है। हम आपके लिए सही संभावनाओं की पहचान करने का प्रयास करते हैं। इस बार हमारे पास 3.5 एलपीए के पैकेज पर कुछ प्रोजेक्ट इंजीनियर रोल्स के लिए पोस्ट खाली हैं। हम सभी ग्रेजुएट्स को FY23 में इन नौकरियों को साझेदारी का अवसर देना चाहते हैं। यदि कोई उम्मीदवार इस शर्त का चुनाव करता है, तो उसे मार्च 2023 से ऑनबोर्ड कर दिया जाएगा और इसके पहले सभी प्रस्तावों को खत्म माना जाएगा।
ज्वाइनिंग को लेकर वादा नहीं
कंपनी ने कहा कि, हम आपको इस अवसर का लाभ उठाने के लिए प्रचार कर रहे हैं। यदि कोई उम्मीदवार अपनी गारंटी को बंधक नहीं रखेगा, तो वे अपने ओरिजिनल ऑफर को जारी रख सकते हैं। कंपनी ने कहा कि, हम डेट ऑफ ज्वाइनिंग को लेकर कोई वादा नहीं कर सकते, क्योंकि हमारी भर्ती योजना मौजूदा आर्थिक माहौल के आधार पर तय है।
उम्मीदवार नाराज हो रहे हैं
इस ईमेल के बाद सभी उम्मीदवार लगभग नाराज हो रहे हैं। कैंडिडेट कंपनी के इस जजमेंट से दुख होता है। नए उम्मीदवार ने 6.5 एलपीए पर ऑफर का लंबे समय तक इंतजार किया। अब कंपनी उन्हें 3.5 लाख रुपये ऑफर कर रही है, तो उनका इंतजार क्यों किया गया। कोई और भी कंपनी उन्हें ये ऑफर दे सकती थी। लेकिन करकर हाफ-रीफ्रेंसिंग का क्या मतलब है। 6.5 एलपीए के पैकेज वाले उम्मीदवार, जो ऑनबोर्ड होने का इंतजार कर रहे थे, उन्हें 16 फरवरी 2023 को विप्रो से अचानक एक ईमेल मिला है। इस ईमेल में उन्हें कम वेतन वाली नौकरी का विकल्प दिया गया है।
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