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लोन ऐप का बन गए हैं शिकार? ज़ेरोधा वाले एंटोनियो कामथ ने बताया बचने का उपाय

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जीवन में मंदी की स्थिति कई बार लोगों को वित्तीय रूप से स्थिर कर देती है। ऐसे में लोग लोन का सहारा लेते हैं। हालाँकि कई बार ये इतनी भारी पड़ जाती है कि लोग खुद तो अपनी जान ले लेते हैं, साथ में अपना पूरा परिवार भी ख़त्म कर लेते हैं। हाल ही में भोपाल और कॉमर्स में ऐसा नजारा देखने को मिला है। ऐसे मामलों को लेकर जीरोधा केनोटिन कामथ ने बड़े काम की सलाह दी है।

कानून की सुरक्षा के लिए

इस मामले को लेकर एक के बाद एक कई ट्वीट किए गए। उन्होंने लोगों को सचेत किया कि सभी राष्ट्रीय लोन ऐप से दूर रहें। अगर किसी वजह से ऐसे लोन ऐप के जाल में फंस गए हैं और लोन ऐप डाउनलोड कर रहे हैं, तो कानून का सहारा लें। एंटोनियो लोन ऐप की मदद से सभी लोगों को अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कानून का पालन करना पड़ता है।

हिट होने के बाद भी बंद नहीं हुआ ऐप

जीरोधा को-फाउंडर के ये ट्वीट अनायास नहीं हैं. देश में पिछले कुछ सालों के दौरान लोन ऐप के मामले तेजी से बढ़े हैं। खासकर कोरोना महामारी के बाद कई लोगों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई और वे लोन वाले ऐप के झांसे में आ गए। इसके बाद इसकी शुरुआत हुई ‘ओसेल प्लांट का स्टेडियम’। तरह-तरह की ब्लैकमेलिंग से आजिज साइंस में कई लोग आत्महत्या करने पर मजबूर हो गए। ऐसे मामलों को देखते हुए रिजर्व बैंक जैसे बैंकों और कानूनी प्रकाशकों ने सस्पेक्ट की और कुछ हद तक लगाम में भी सफलता पाई, लेकिन अभी भी यह पूरी तरह से बंद नहीं हुआ है और लोग अब भी लोन ऐप के शिकार बन रहे हैं। .

हाल ही में आए ये 2 मामले

भोपाल से लिए गए मामले में एक व्यक्ति ने लोन ऐप के गीतकार की टिप्पणी से पत्नी और बच्चों समेत खुद का जीवन समाप्त कर लिया। इसी तरह की एक घटना की कहानी भी सामने आई है, जहां 22 साल के एक इंजीनियरिंग इंजीनियर ने आत्महत्या कर ली। दोनों केस ऐप से लिए गए थे लोन से जुड़े हुए हैं, जिसमें लोन चुकाने में असमर्थता के बाद वीडियो को लोन ऐप के अगेन ने ब्लैकमेल किया। कोविड के बाद ऐसे हजारों मामले सामने आ गए हैं.

इस तरह से कर सकते हैं शिकायत

लोगों का कहना है कि अगर आप भी लोन ऐप खरीदने जा रहे हैं तो जान लें कि आपकी सुरक्षा देश में कानून के मुताबिक है। ऐसे अवैध लोन ऐप के एजेंट अगर आप परेशान हैं तो सरकार के नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करा लें। यह पोर्टल भुक्तभोगियों और स्पेक्ट्रा को ऑफ़लाइन शिकायत दर्ज करने की सुविधा देता है। इसके अलावा 1930 पर कॉल करने की सलाह दी गई है।

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