पाकिस्तान आर्थिक संकट: पाकिस्तान (पाकिस्तान) के उद्योगपतियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर आयात पर लगे प्रतिबंध को हटाने में कामयाब नहीं हो पाते हैं तो लाखों लोग एडजस्ट हो जाएंगे। हाल ही में पाकिस्तान की सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ लाइफलाइन बेलआउट पर सहमति होने तक सभी आवश्यक भोजन और दवाओं के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है। मौजूदा पाकिस्तान गंभीर रूप से विदेशी मुद्रा विक्रेता में कमी से जूझ रहा है।
स्टील, कटोरा और फार्मास्यूटिकल्स
इस वक्त पाकिस्तान में स्टील, कपा और फार्मास्युटिकल्स जैसी इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं। देश में हजारों फैक्ट्री बंद होने के कगार पर हैं, जिसकी वजह से नौकरी का खतरा मंदराता जा रहा है। स्टील इंडस्ट्री ने स्क्रैप मेटल की कमी के कारण गंभीर आपूर्ति-श्रृंखला में मुश्किल पैदा होने की चेतावनी दी है। स्क्रैप मेटल उसे कहते हैं, प्लैटिनम चढ़ाया जाता है। स्क्रैप मेटल में कमी की वजह से पिछले कुछ हफ्तों में ऐसे ही डैम रिकॉर्ड रिकॉर्ड पर पहुंच गए हैं।
छोटे फैक्टरियां पहले ही बंद हो चुकी हैं
पाकिस्तान केर्ज ला स्टील प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन के प्रमुख वाजिद बुखारी ने कहा कि हम स्ट्रेट प्रोडक्शन इंडस्ट्री को सामान देते हैं, जो लगभग 45 डाउनस्ट्रीम इंडस्ट्री से ब्रांड्स है। ये पूरी तरह से गुणसूत्र होने वाला है। उन्होंने कहा कि स्टॉक खत्म होने के बाद छोटे फैक्टरियां पहले ही बंद हो जाती हैं, जबकि कुछ बड़े पौधे बंद होने के कगार पर हैं।
हर महीने करीब 150 मिलियन डॉलर (12 अरब) का माल इम्पोर्ट करता है। आयरन इंडस्ट्रीज के लोगों का कहना है कि इसका संचालन प्रत्यक्ष और संबद्ध रूप से कई लाख नौकरियां प्रभावित कर रही हैं। सेंट्रल बैंक के नए रिकॉर्ड के मुताबिक विदेशी बाजारों के शेयरधारक जेजे 2.9 अरब डॉलर रह गए हैं, जो तीन सप्ताह से कम के आयात के लिए काफी है।