रूसी विदेश मंत्री: रूस ने सोमवार (30 जनवरी) को यह आरोप लगाया कि अमेरिका सार्वजनिक रूप से और आक्रामक तरीके से आक्रामक तरीके से भारत, चीन और तुर्की जैसे देशों को उसके साथ व्यापार करने से रोकने के लिए धमकाने के बाद अब पाकिस्तान के साथ संबंध को संबंध बना सकता है है। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने यह टिप्पणी मास्को की यात्रा पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए की।
चीन को धमकी दी
रूस की आधिकारिक समाचार एजेंसी तास ने लावरोव के बयानों का हवाला देते हुए कहा कि अमेरिका ने लगभग सभी सार्वजनिक रूप से और आक्रामक तरीके से कहा है कि रूस के साथ आप व्यापार नहीं कर सकते हैं। हाल में चीन को धमकी दी और भारत, तुर्की और मिस्र को भी चेतावनी दी। ऐसा कोई देश नहीं है जिसे भेजा गया अमेरिका ने नवनिवेशवादी संदेश नहीं हो।
अमेरिका की रूसी कंपनी के साथ कारोबार पर प्रतिबंध
अमेरिका लगातार रूसी बंधक के साथ व्यापार करने पर अपना सामना करने की चेतावनी देता है, जो यूक्रेन युद्ध के बाद रूस के खिलाफ आरोप लगाता है और इससे दोस्ती करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात करता है। लावरोव ने कहा, “जहां तक अमेरिका का सवाल है, वे हमारे ऊर्जा को लेकर मानकों को बताएंगे, वे इसके बीच में आने का तय करते हैं।”
रूसी विदेश मंत्री पाकिस्तान गए थे
हाल ही में रूसी विदेश मंत्री निकोल शुलगिनोव के नेतृत्व में उच्च स्तरीय प्रतिनिधि पाकिस्तान की यात्रा पर गए थे। इसके बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो की यह पहली रूस यात्रा है। रूसी संघ आपदा संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को तेल देने की संभावना जम गई थी।
वही बिलावल भुट्टो रूस दौरे पर जाने से पहले एक संयुक्त जमाकर्ताओं के अनुसार कहा गया था कि दोनों पक्ष पाकिस्तान को कच्चे तेल और तेल उत्पादों की आपूर्ति करने पर वास्तविकता से सहमत थे और इसकी लेकर तकनीकी ब्यौर को इस साल मार्च में अंतिम रूप दिया गया था जाएगा।