मनीष सिसोदिया बंगला: दिल्ली की शराब नीति घोटाले के घोटाले में गिरफ्तार पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का सरकारी आवास आतिशी मार्लेना (आतिशी मार्लेना) को दिया गया है। गिरफ्तारी के बाद मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। दोनों मंत्रियों की सहमति के बाद दिल्ली कैबिनेट में सौरभ भारद्वाज और आतिशी मार्लेना को शामिल किया गया था।
दिल्ली की नई शिक्षा मंत्री आतिशी मार्लेना को सिसोदिया का बयान जारी किए जाने के बाद बीजेपी ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर फोकस साधा। बीजेपी नेता तजिंदर पाल बग्गा ने ट्वीट कर कहा कि अरविंद केजरीवाल के आदेश के बाद मनीष सिसोदिया के आवास से अपना नेम प्लेट हटा लिया। 15 दिन में रोज़गार ने खाली रहने का ऑर्डर दिया है। 26 फरवरी से जेल में बंद सिसोदिया से जहर ने 15 दिनों में पूरी तरह से पल्ला झाड़ लिया है। अब उनकी मां, पत्नी और बच्चे कहां मरेंगे।
अधिकारियों ने क्या कहा?
लोक निर्मित विभाग की ओर से 14 मार्च को एक आधिकारिक पत्र जारी किया गया, जिसके अनुसार आतिशी को पत्र जारी होने के आठ दिनों के भीतर इसे अपनी स्वीकृति देने के लिए कहा गया है। सिसोदिया मुथरा रोड पर एबी-17 आवास में रहते थे, जिसमें पहले शीला दीक्षित रही थीं। आप की सरकार बनने के बाद वर्ष 2015 में यह बंगला सिसोदिया को दिया गया था। एक अधिकारी ने कहा कि यह नियमित प्रथा है। सिसोदिया इस्तीफा दे चुके हैं, इसलिए यह बंगला आतिशी को दिया जाएगा।
मनीष सिसोदिया की ईडी का कब्जा
इसी बीच शुक्रवार को दिल्ली की एक अदालत ने मनीष सिसोदिया की प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत की अवधि पांच दिन के लिए और बढ़ा दी है। ईडी ने सिसोदिया की अदालत से सात दिन के लिए हिरासत की अवधि और बढ़ाने का अनुरोध किया था। अदलत ने अपनी जमानत अवधि 22 मार्च तक बढ़ा दी। सीबीआई ने रद्द हो चुकी दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 को तैयार और लागू करने में कथित भ्रष्टाचार के लिए 26 फरवरी को सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया था। वह 20 मार्च तक विजेट्स में हैं।
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