सोने की मांग: भारत में सोने के बांध रिकॉर्ड ऊंचाई तक पहुंच गए हैं। सोना 60 हजार के ऊपर कारोबार कर रहा है। यह 61 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को भी छू चुका है। वहीं दूसरी ओर रिकॉर्ड ऊंचे स्तर पर होने के बाद सोने की मांग घटती है। यह 6 साल के निचले स्तर तक गिर गया है।
भारत में सोने की मांग 2020 को छोड़ें, 6 साल के निचले स्तर पर है। एक साल पहले सोने की मांग 135 टन थी, लेकिन यह 17 सेंट गिरकर 112 टन पर आ चुका है। एक साल के दौरान गोल्ड के डैम में अच्छी तेजी देखी गई है। सोना रिकॉर्ड हाई लेवल पर प्रसारित होता है और इस साल के दौरान 10 प्रतिशत बाउंस होता है।
6 साल के निचले स्तर पर सोने की मांग
वर्ल्ड गोल्ड रिपोर्टर की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2020 COVID साल को छोड़ गोल्ड की मांग 6 साल के निचले स्तर पर आई है। वहीं एक साल के दौरान 17 फीसदी की गिरावट आई है। फॉर्म के होश से देखें तो यह 9 प्रतिशत गिरकर 56,220 करोड़ रुपये हो गया है।
गहनों की मांग में भी गिरावट
ज्वैलरी एसजेसी की मांग भी गिरी है और यह 6 साल के निचले स्तर पर भी है। यह 17 प्रतिशत घटक 94 टन से 78 हो गया है। प्रपत्र के होश से यह 428 करोड़ रुपये से स्लग 390 करोड़ रुपये हो चुकी है। निवेश मांग भी 41 टन से घटक 34 टन हो चुकी है।
रिसाइकल गोल्ड की मांगे
रिसाइकल गोल्ड 25 प्रतिशत बढ़कर 35 टन (30 टन) हो जाता है, क्योंकि उपभोक्ताओं ने अपने पुराने सोने को रिसाइकिल करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय का लाभ उठाया है। सर्राफा आयात पिछले साल के 134 टन के स्तर पर स्थिर रहा है। हालांकि डिमेल सोना का आयात 41 सेंट 52 टन से गिरकर 30 टन रह गया है। मार्च तिमाही में सोने की निर्माता की कीमत 26 प्रतिशत बढ़ा 63 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई, हालांकि औसत कीमत इस तिमाही में 49,977 रुपये थी।
सुगन्धित सोने के सिक्के
वहीं भारतीय रिजर्व बैंक ने लगातार पांचवें साल अपने रिजर्व में सोना जोड़ा है। सिंगापुर, चीन, तुर्की और रूस के अन्य केंद्रीय देशों के साथ सात टन से 796 टन की खरीदारी की जाती है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के क्षेत्रीय सीईओ सोमसुंदरम पीआर ने कहा कि 2010 के बाद चौथी बार सोने के गहनों की मांग 100 टन से नीचे गिर है।
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