सैमसंग ऑन इंडिया टेक ग्रोथ: दक्षिण कोरिया की बड़ी मोबाइल कंपनी सैमसंग (सैमसंग) ने भारत की स्मार्टफोन और टेक क्षेत्र को लेकर एक अहम बयान दिया है। वर्ल्ड की बिग स्मार्टफोन मेकर और टेक कंपनी सैमसंग के ग्लोबल प्रेसिडेंट टाइ रोह (टीएम रोह) ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यूरोप के कई देश और अमेरिका आर्थिक मंदी (आर्थिक मंदी) का सामना कर रहे हैं। वहीं भारत के प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ‘मेक इन इंडिया’ के जरिए घरेलू मैन्युफैक्चरिंग पर फोकस कर रहे हैं। इस वजह से देश में नए निवेश, प्रोडक्ट्स और जॉब की कमी नहीं है। आरोपी है कि सैमसंग साल 1995 से भारत में बिजनेस कर रहा है और यूपी के नोएडा (सैमसंग फैक्ट्री इन नोएडा) में कंपनी की सबसे बड़ी फैक्ट्री है।
भारत में स्मार्टफोन यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ रही है
इसके साथ ही टाइ रोह ने यह भी कहा कि भारत में स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने वाले लोग तेजी से सामने हैं। उनका मानना है कि स्मार्टफोन यूजर्स की संख्या साल 2026 तक 65 करोड़ से बढ़कर 100 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है। बढ़ते स्मार्टफोन के साथ ही भारत में टेक्नोलॉजी का भी बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है।
वैश्विक मंदी के दौर में भारत की नज़र इंजनों पर पड़ी
वैश्विक मंदी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए रो ने कहा कि जानकारों के अनुसार ग्लोबल वॉल्यूम में 5 से 10 प्रतिशत की भारी गिरावट दर्ज की जा सकती है। मंदी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा प्रभाव डाला है। हालांकि इस मंदी के दौर में भी भारतीय बाजार की चाल बरकरार है। भारत में 5G नेटवर्क (भारत में 5G नेटवर्क) का विस्तार होगा क्योंकि देश में स्मार्टफोन की सेल में 60 प्रतिशत तक की वृद्धि दर्ज की जाएगी। वहीं देश के प्रीमियम कटेगरी स्मार्टफोन में 30 फीसदी की डिटेल दर्ज की जा सकती है। यह केवल एक वर्ष की नहीं बल्कि कई वर्षों में आगे भी देखा जा सकता है क्योंकि बड़ी संख्या में युवा प्रौद्योगिकी का उपयोग करना पसंद कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘हम भारत को ग्लोबल स्मार्टफोन का सबसे बड़ा इंजन मानते हैं। ‘
भारतीय बाजार को बेहतर बनाता है सैमसंग
हम हैरान और वनप्लस की भारतीय बाजार में बढ़ती उपस्थिति और चुनौती पर रोह ने कहा कि हम सालों से भारतीय बाजार में मौजूद हैं। पिछले कई सालों से भारत में निवेश कर रहे हैं। ऐसे में भारतीय कस्टमर्स की खूबसूरती को सैमसंग ज्यादा बेहतर तरीके से दिखाता है। मैंने हमेशा से ही ‘मेक इन इंडिया’ पर काम किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नोएडा की फैक्ट्री के जरिए न सिर्फ हम देश की मांग को पूरा कर रहे हैं बल्कि विदेश में भी बड़ी संख्या में स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके साथ ही कंपनी लुक और लुक पर भी खास ध्यान दे रही है।
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