वित्त मंत्रालय: वित्त मंत्रालय ने सार्वजनिक क्षेत्र के संबंधित ऋणों से बड़े पर निगरानी निगरानी और बड़े प्राधिकरण के गिरवी शेयरों के लिए पर्याप्त प्रावधान करने को कहा है। अमेरिका और यूरोप में कुछ साइट्स संबंधी चिंता होने के बाद वैश्विक वित्तीय स्थिति को देखते हुए मंत्रालय ने यह बात कही है। सूत्रों के अनुसार, समय पर कदम उठाने के लिए गिरवी रखी गई आवश्यकताओं को लेकर एकीकृत बाजार आँकड़ों की आवश्यकता है।
वित्त मंत्रालय ने कही ये बात
इसके अलावा, वित्त मंत्री निर्मल सीतारामन के साथ हाल की बैठक में सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों के प्रमुखों से गिरवी शेयरों सहित स्टॉक को दिए गए कर्ज का भी प्रबंधन करने का दावा किया गया था। सूत्र ने कहा कि वित्त मंत्रालय ने यह भी कहा कि बड़े कंपिनयों के लोन अकाउंट के दबाव- परीक्षण को बढ़ाने विवेकपूर्ण होगा।
बैंक छोटा-छोटा सागर पर भी ध्यान दें- वित्त मंत्रालय
सार्वजनिक क्षेत्र के संबंधितों को यह भी सलाह दी गई थी कि वे बड़े और धुंधले जाम के बदले छोटे-छोटे सागर पर ध्यान दें और विवेकाधीन वेतन सदस्यता प्रणाली से दूर रहें। वित्त मंत्री ने पिछले सप्ताह विभिन्न वित्तीय मानकों के आधार पर सार्वजनिक क्षेत्रों के साइट की समीक्षा की। उन्होंने किशोरों से व्याज दर के बारे में सचेत रहने और नियमित रूप से स्थिति को लेकर दबाव पेश करने का आग्रह किया।
हाल ही में मुलाकात हुई थी
शनिवार को वित्त मंत्री निर्मल सीतारमन ने सरकारी वरिष्ठों के साथ बड़ी बैठक की थी। वित्त मंत्री ने सभी सरकारी संकेतों से कहा था कि उन्हें किसी भी तरह के निशान से बचाने के उपाय करने चाहिए। बैठक के बाद भी वित्त मंत्रालय ने कहा था कि सभी प्रमुख वित्तीय प्रबंधन सरकारें वहां से सीधे और अपने आप होने के संकेत देती हैं। वहीं वैसे भी वित्त मंत्री निर्मल सितारामन को गूंथा गया था कि भारतीय बैंक प्रणाली मजबूत है और अभी चिंता की कोई बात नहीं है।
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