बीसीसीआई केंद्रीय अनुबंध 2023: बीसीसीआई ने रविवार (26 मार्च) को अपनी नई सेंट्रल लाइन लिस्ट जारी की। इस लिस्ट में कुल 26 भारतीय खिलाड़ियों के नाम हैं। कुछ को यहां से प्रमोशन मिला है तो कुछ को डिमोशन जीतना पड़ा है। जैसे कि रवींद्र जडेजा को यहां ए+ ग्रेड में प्रचारित किया गया है तो वहीं केएल राहुल ग्रेड-ए से ग्रेड-बी में पहुंच गए हैं। ऐसे कई खिलाड़ी हैं, रविवार ग्रेड में ग्रेड-अप प्राप्त किया है। इन सब के बीच कुछ प्लेयर्स लिस्ट से पूरी तरह बाहर भी दिए गए हैं।
भुवन कुमार, अजिंक्य रहाणे, हनुमान वन, दीपक चाहर, इशांत शर्मा और रिद्धिमान साहा जैसे खिलाड़ी इस लिस्ट से बाहर हैं। इशांत शर्मा और रिद्धिमान साहा का तो लिस्ट से आउट होना तय था क्योंकि इन दोनों खिलाड़ियों को पिछले एक साल से टीम इंडिया के लिए किसी भी ऑफर में मौका नहीं मिला है। हनुमान विविधता के भी यही हाल हैं। लेकिन भुवनेश्वर कुमार, दीपक चाहर और अजिंक्य रहाणे को सेंट्रल लिस्ट से बाहर करना हैरानी वाला है। यहां दीपक चाहर को लगातार चोटिल रहने के कारण लिस्ट से बाहर होना पड़ा है।
क्या खत्म हो गया एक अंतरराष्ट्रीय करियर?
वैसे तो अजिंक्य रहाणे भी पिछले एक साल से भारतीय टीम के लिए कोई मैच नहीं खेलता है, लेकिन उनकी सेंट्रल ऑल से बाहर होने की उम्मीद नहीं थी। इस टेस्ट क्रिकेटर को केंद्रीय मान्यता से सटीक कुछ और ही इशारा कर रहा है। संभव है कि अब आगे भी जाने के लिए भारतीय टीम में जगह न हो। नई सेंट्रल लिस्ट लिस्ट से जारी होने के बाद संभावितों का अंतरराष्ट्रीय करियर खत्म हो गया है और बीसीसीआई उन्हें आगे बढ़ने का मौका नहीं दे रहा है।
दरअसल, अजिंक्य रहाणे पिछले लंबे अरसे से भारतीय टीम के लिए केवल टेस्ट क्रिकेट खेल रहे थे। इस दस्तावेज़ीकरण में भी जब वे लगातार फ़्लॉप रहे तो उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। पिछले साल जनवरी में दक्षिण अफ्रीका टेस्ट सीरीज खेली थी उसके बाद से ही वह टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। उन्हें रणजी ट्रॉफी खेलकर फॉर्म की मांग की गई थी, लेकिन पिछले दो रणजी सीजन में भी वह कुछ विशेष रन नहीं बना पाए। ऐसे में वह टीम इंडिया में भी नहीं लौटे और अब उन्हें इसकी सूची से भी अवगत कराना पड़ा।
चौंकाने वाला रहा कुमार की खास वजह से बाहर होना
पिछले साल भुवनेश्वर कुमार टीम इंडिया के लिए टी20 क्रिकेट में लीड समुद्र बने रहे। कुछ एक मौकों को छोड़ दिया जाए तो उनकी शानदार रही रही। हालांकि इसके बावजूद उनकी सेंट्रल से बाहर होना हैरानी का फैसला हो रहा है। 33 वर्षीय भुवनेश्वर पर बीसीसीआई के इस फैसले से अनुमान लग रहे हैं कि बोर्ड अब उनकी जगह युवा तेज समुद्रों को प्राथमिकता देना चाहता है। ऐसे में संभव है कि भुवी को भी भविष्य में टीम इंडिया में खेलने का मौका न मिले। हालांकि अगर वह आईपीएल में फिर से लाजवाब समुद्री कर जाते हैं तो वह टीम इंडिया का हिस्सा बन सकते हैं।
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