आरबीआई द्वारा बैंकों पर जुर्माना: लोन फिक्सिंग (ऋण वसूली एजेंट) के बारे में अक्सर ऐसे ईमेल मिलते हैं कि वे ग्राहकों के साथ खराब व्यवहार करते हैं। इसके चलते रिजर्व बैंक ने लोन लौटाने को लेकर दावेदार (RBI Loan Recover Agents Guidelines) को कड़ा कर दिया है और सभी को सख्ती से अनुपालन करने के लिए कहा है। इस मामले में रिजर्व बैंक के गठजोड़ का सही से पालन नहीं करना बैंकों को भारी परेशानी होती है और केंद्रीय बैंक ऐसे मामलों में जुर्माना लगाता है। ऐसा ही एक ताजा मामला सामने आया है, जिसमें रिजर्व बैंक ने एक बैंक के ऊपर करोड़ों का जुर्माना लगाया है।
जांच में पाए गए रोशनी
ताजा मामला है आरबीआईएल बैंक (आरबीएल बैंक) का, जिसमें आरबीआई ने 2.27 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। रिजर्व बैंक ने सोमवार को बताया कि लोन सक्रिय होने से जुड़े कुछ जोड़े का पालन नहीं करने के कारण आरबीआईएल बैंक लिमिटेड के ऊपर जुर्माना लग रहा है। रिजर्व बैंक को इस बारे में आरबीआईएल बैंक के खिलाफ शिकायत मिली थी। योजना की जांच करने के बाद केंद्रीय बैंक ने पाया कि आरबीएल बैंक के रिचार्ज योजना वित्त वर्ष 2018-19 से वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान प्राधिकरणों की समितियों में हैं।
बैंक ने इन छद्म का उल्लंघन किया
आरबीआईएल बैंक सुनिश्चित करने में विफल रहा है कि उसके लोन एजेंट संबंधित अवधि के दौरान ग्राहकों को प्रताड़ित करने का काम नहीं करते हैं। इसके अलावा आरबीएल बैंक से संबंधित एक प्रकार का काम देने से पहले उनकी पुलिस वेरिफिकेशन में भी गलती हुई। रिज़र्व बैंक ने कहा है कि वह लक्षित ओम्बेड्समैन 2018, फेयर प्रैक्टिसेज कोड फ़ॉर लेंडर्स, क्रेडिट कार्ड ऑपरेशन ऑफ़ बैंक्स, शेयरिंग रिस्क और कोड ऑफ़ कंडक्ट इन आउट-टाइंग ऑफ वित्तीय सभी चार बैंक और पंजीकृत एजेंट्स इंजिंग्ड बाइ बैंक जैसे दावों का पालन नहीं करने के कारण आरबीएल बैंक के ऊपर जुर्माने का फैसला किया है।
इन साथियों पर भी प्राधिकरण की गाज
सेंट्रल बैंक ने आरबीआईएल बैंक के अलावा कुछ सहयोगियों के ऊपर भी कार्रवाई की है। इन बैंकों में सोलापुर के लोकमंगल को- जिम्मेदार बैंक (लोकमंगल को-ऑपरेटिव बैंक, सोलापुर), रायसेन के जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित (जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित, रायसेन), मंदसौर का स्मृति नागरिक सहकारी बैंक मर्यादित (स्मृति नागरिक सहकारी बैंक मर्यादित) , मंदसौर), मुंबई का रायगढ़ सहबद्ध बैंक (रायगढ़ सहकारी बैंक, मुंबई), नोएडा का नोबल को-ऑपरेटिव बैंक (नोबल को-ऑपरेटिव बैंक, नोएडा) और जालंधर का इम्पीरियल अर्बन को-वर्किंग बैंक (इंपीरियल अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक) शामिल है। इन सहकर्मियों के ऊपर विभिन्न बैंकिंग ग्रंथ सही से पालन नहीं करने के कारण मुनाफ़ा होता है।