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पीटीसी इंडिया पर बड़ी हिस्सेदारी के मूड में गौतम अडानी, छोटे शेयर लेने के लिए बोली लगा सकते हैं

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गौतम अदानी न्यूज: पावर ट्रेडिंग कंपनी पीटीसी इंडिया पिछले एक साल से भारी दबाव से गुजर रही हैं। ऐसे में अब गौतम अडानी (Gautam Adani) की कंपनी में पारदर्शी दिखने वाली कंपनी दिखाई दे रही है. अदानी के साथ ही इसे खरीदने के लिए कई और कंपनियां भी विचार कर रही हैं। माना जा रहा है कि इसकी बोली इस महीने के अंत तक शुरू हो सकती है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक अदानी ग्रुप इसे खरीदने के लिए एक बड़ा स्टेक ले सकता है।

एनटीपीसी लिमिटेड, एनएचपीसी लिमिटेड, पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया एंड कंपेयर पावर कॉर्पोरेशन की पीटीसी इंडिया के प्रमोटर्स राज्य के स्वामित्व वाली संस्थाएं हैं और प्रत्येक 4 प्रतिशत को बेचने की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि इन होस्टिंग की ओर से कोई अधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।

अदानी ग्रुप का होगा दबदबा

वहीं पीटीसी इंडिया के प्रतिनिधि ने प्रमोटरों के लुक्स की ऐसी कोई जानकारी नहीं दी। अगर अदानी ग्रुप इस कंपनी में शेयर खरीदता है तो भारत में अदानी ग्रुप की एनर्जी सेक्टर में और एक्सपोजर करेंगे। अदानी ग्रुप का कोल माइनिंग और ट्रेडिंग बिजनेस के साथ एनर्जी सेक्टर में दबदबा है और कंपनी ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन के कारोबार में भी सक्रिय है।

अधिकारिक तौर पर नहीं दी गई जानकारी

अदानी ग्रुप ने इसके बारे में मेल को लेकर कोई जानकारी नहीं दी है। हालांकि कंपनी के प्रतिनिधि का कहना है कि समूह अपने व्यवसाय को विस्तार देने के रूप में देख रहा है। वहीं पीटीसी इंडिया के प्रतिनिधि का कहना है कि इसके बारे में फर्म को कोई जानकारी नहीं है। इसके अलावा, प्रमोटर्स ऑब्जर्वर के प्रवक्ता की ओर से भी कोई टिप्पणी नहीं की गई है।

PTC इंडिया का शेयर 23.1 प्रतिशत गिरे

पीटीसी के शेयर 12 महीने से 23.1 प्रतिशत गिर चुके हैं। ब्लूमक्लास की एक रिपोर्ट के मुताबिक इसका मार्केट 301 मिलियन डॉलर के करीब है। PTC को 1999 में एक सार्वजनिक-निजी भागीदारी के रूप में शुरू किया गया था। इसे Power Trading Corp. of India के नाम से भी जाना जाता है। वेबसाइट के अनुसार, 2001 में विद्युत का व्यापार शुरू किया गया। इसका देश में सबसे बड़ा बाजार है और इसके ग्राहकों में भारत के सभी राज्य प्रभावों के साथ-साथ कुछ पड़ोसी देशों में भी शामिल हैं।

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