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पाकिस्तान में मचा हाहाकार! 35% के पार, रोशनदान में लोगों के घर का बजट घट रहा है

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पाकिस्तान मुद्रास्फीति: पाकिस्तान अपनी आजादी के बाद से 75 साल की सबसे खराब आर्थिक स्थिति (पाकिस्तान आर्थिक संकट) से गुजर रहा है। इसी बीच अब पाकिस्तान की जनता के लिए एक और चिंता की खबर है। देश की गोपनीयता दर ने अपने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए ( Pakistan Inflation )। ब्लूमबर्ग में पाकिस्तान के मार्क ब्यूरो (पीबीएस) के अनुसार छपी रिपोर्ट ने शनिवार को झंडे के ताजा आंकड़े जारी करते हुए बताया कि देश का उपभोक्ता सूचकांक (उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) मार्च के महीने में बढ़कर 35.37 प्रतिशत तक पहुंच गया है।

निर्भरता के आधार पर पाकिस्तान की मार्च की शुरुआत में सबसे ज्यादा प्रभावित होता है। ब्लूमबर्ग ने अपने सर्वेक्षण में अनुमान लगाया था कि मार्च में देश की सामान्य दर 34.8 प्रतिशत रहने की संभावना है। ऐसे में पाकिस्तान के टैग के आंकड़े उम्मीद से कहीं ज्यादा दर्ज किए गए हैं। वहीं फरवरी के आंकड़ों की बात करें तो मुद्रा दर 31.55 प्रतिशत थी।

पाकिस्तान में बढ़ोतरी क्यों हो रही है?

पाकिस्तान की आम जनता से परेशान है। रमज़ान (Ramadan 2023) के महीने में हर रोज़ लोगों के घरों का बजट कम होता जा रहा है. स्काइग्रैम के पीछे इसका मुख्य कारण यह है कि सरकार ने पिछले कुछ महीनों में आईएमएफ (IMF) ने राहत पैकेज पाने के लिए अपने टैक्स में जोखिम की है। इसके साथ ही कंट्री के फ्युअर के रेट्स में जबरदस्त दर्ज किया गया है। ऐसे में इसका असर खाद्य सामग्री के दामों पर साफ दिख रहा है। पिछले साल मार्च की बात तो पाकिस्तान में झपट्टामार दर 12.72 प्रतिशत था जो अब बढ़कर 35.37 प्रतिशत हो गया है। ऐसे में केवल एक साल के भीतर देश में करीब 3 मामले दर्ज किए गए हैं।

आने वाले दिनों में नहीं मिलने पर राहत मिलेगी

आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान में बुनियादी जरूरतों की हर चीज खतरनाक हो गई है। देश में परिवहन 54.94 प्रतिशत तक महंगा हो गया है। वहीं देश में खाने पीने के दस्तावेजों में 47.15 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वहीं कपड़े और जूतों की सेल 21.93 फीसदी और घर, पानी और बिजली जैसी रोशनी की निशानियों में 17.49 फीसदी तक उजागर हुई है। व्यक्तिपरक है कि आमतौर पर जारी किए गए आर्थिक सुधार और दृष्टिकोण में यह कहा गया है कि आने वाले दिनों में झटके और बढ़ सकते हैं। यह सबसे बड़ा कारण है संबंधों में प्रत्यक्षता और केंद्रीय बैंक की ओर से। इस महीने ईद का त्योहार मनाया जाएगा। ऐसे में पलकों का स्वाद कड़वा हो सकता है।

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