कर्ज महंगा: सार्वजनिक क्षेत्र के एक और बैंकों ने कर्ज का ब्याज दर (लोन इंटरेस्ट रेट) में एक और चार्ज किया है। इसने अपने सभी कार्यकाल के लिए एमसीएलआर बढ़ाया है। बैंक ने सोमवार को अपनी वेबसाइट पर लोन के ब्याज में वीजा देने की सूचना दी है। ऐसे में अगर आप इस बैंक से लोन (Bank Loan) लेते हैं तो आपको पहली से ज्यादा ईएमआई चुकानी पड़ सकती है।
पब्लिक सेक्टर का यह बैंक इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) है, जिसने 5 बेसिस प्वाइंट का आरोप लगाया है। यह यादगार आज यानी 10 जनवरी से लागू हो गया है। इस फिक्सिंग के बाद अब 1 साल की अवधि के लिए एमसीएलआर 8.30 फीसदी होगा, जो पहले 8.25 फीसदी था। वहीं 2 साल की अवधि के लिए MCLR 8.35 प्रतिशत से 8.40 प्रतिशत होगा।
आईओबी का परिमाण एमसी हो गया
तीन साल की अवधि के लिए एमसीएलआर अब 8.45 फीसदी हो गया है। वहीं छोटे समय के लिए लोन तीन महीने में 8 प्रतिशत से 8.05 प्रतिशत तक लॉक हो जाता है। जबकि एक महीने के लिए एमसी शॉक की बात करता है तो यह 7.70 प्रतिशत से 7.75 प्रतिशत तक हो जाता है। वहीं रात भर के लिए एमसी ज़ी 7.70 प्रतिशत चुकाया जाता है।
इन बड़े संतों में भी विशिष्ट अनुक्रम होते हैं
प्राइवेट सेक्टर के लिए बैंक ने मार्जिन कोस्ट ऑफ लॉन्च रेट में ऐसा किया है। इस बैंक ने एमसी में 0.25 प्रतिशत का आरोप लगाया है। इसके साथ ही आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने भी अपना लोन का झटका दिया है और एमसी ने 0.15 प्रतिशत से 0.20 प्रतिशत तक झटका दिया है। बता दें कि इससे पहले भी कई बैंक आपके लोन के ब्याज में टैक्स चुकाते हैं।
आईओबी के शेयर में गिरावट
सोमवार को बीएसई पर IOB के शेयर 30.95 रुपये के पिछले बंद भाव की तुलना में 30.85 रुपये पर बंद हुए। 9 जनवरी को बैंक का मार्केट कैप 58,313.94 करोड़ रुपए था।
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