संपत्ति मूल्य वृद्धि: अगर आप बड़े शहरों में घर खरीदने का सपना देख रहे हैं तो यह खबर आपको झटका दे सकती है। घरों की दस्तावेजों (भारत में आवास की कीमतें) में तेजी से देखने को मिल रही है। वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में 50 बड़े शहरों से 43 में प्रॉपर्टी की खरीदारी हुई है। नेशनल हाउसिटेशन बैंक (एनएचबी) की ओर से जारी आंकड़े देश के कई शहरों में संपत्ति के दाम में 11 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। आइए जानते हैं किन शहरों में सबसे ज्यादा धमक हैं-
किन शहरों में सबसे ज्यादा देखी गई संपत्ति-
देश के कई मेट्रो शहर ऐसे हैं जहां संपत्तियों की लिस्टिंग में टैगड़ा दर्ज किया गया है। कोलकाता में नंबर वन में है। यहां संपत्ति की कीमत में 11 प्रतिशत की टैगड़ी दर्ज की गई है। वहीं, महाराष्ट्र में 10.8 प्रतिशत, बैंगलोर में 9.4 प्रतिशत, पुणे में 8.2 प्रतिशत, हैदराबाद में 7.9 प्रतिशत, चेन्नई में 6.8 प्रतिशत, मुंबई में 3.1 प्रतिशत और दिल्ली में संपत्ति के दाम में 1.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
इन शहरों में बढ़ा घर
वहीं शहर में संपत्ति के दाम में गिरावट दर्ज की गई है इसमें नवी मुंबई, कोच्चि, कोयम्बटूर, रायपुर, फरीदाबाद, दिल्ली, बिधाननगर और न्यू टाउन कोलकाता के नाम शामिल है। रायपुर में सबसे ज्यादा प्रॉपर्टी के दाम में 6.7 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं होम लोन के दस्तावेजों की चौथी तिमाही में ब्लूप्रिंट के आधार पर घरों की कीमत में पिछले साल में 5.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
आरबीआई ने रेपो रेट में नहीं किया बदलाव-
भारतीय रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति समिति ने वित्त वर्ष 2024 की दूसरी बैठक के दौरान भी रेपो रेट को बदलने का फैसला नहीं किया है। इसके बाद रेपो रेट 6.5 प्रतिशत पर स्थिर हो गया। ऐसे में यह होम बायर्स के लिए राहत की खबर है क्योंकि उन पर अब ईएमआई और बोझ नहीं बढ़ेगा और इससे संपत्ति लेने वालों में उत्साह बना रहेगा।
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