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‘जो सहयोगी नेता बीजेपी के सामने…’, राबड़ी देवी पर सीबीआई की कार्रवाई पर बोलीं असली गांधी वाड्रा

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<पी शैली ="टेक्स्ट-एलाइन: जस्टिफ़ाई करें;"नौकरी घोटाले के लिए जमीन: जॉब स्कैम मामले के लिए जमीन सोमवार (6 मार्च) को सीबीआई (सीबीआई) की एक टीम में लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी के घर पहुंच गई। यहां सीबी की टीम ने मामले के मुताबिक अपनी जांच-पड़ताल की. अब इस मामले में राजनीति भी होने लगी है। यूनीक गांधी ने पूर्व भूमिकाओं का समर्थन किया है। 

प्रियंका ने बीजेपी पर अटैक करते हुए कहा, "जो विपक्षी नेता बीजेपी के सामने पर्दे नहीं तैयार कर रहे हैं, उन्हें ईडी-सीबीआई के जरिए प्रताड़ित किया जा रहा है. आज राबड़ी देवी जी को परेशान किया जा रहा है। लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार को वर्षों से प्रताड़ित किया जा रहा है, क्योंकि वे झुके नहीं थे।" उन्होंने आगे लिखा, "बीबीसीबी की आवाज दबाना चाहता है।" मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीबीआई ने राबड़ी देवी से पूछताछ के लिए नोटिस दिया था।

विपक्षी नेताओं ने पीएम को लिखी चिट्ठी

हाल के दिनों में कई विरोधी नेताओं पर भ्रष्टाचार के मामले में कार्रवाई अटक चुकी है। इससे पहले सीबीआई ने दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम और आप नेता मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया था। सिसोदिया की गिरफ्तारी का कई विपक्षी दलों ने विरोध किया था, लेकिन कांग्रेस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई थी। जिसपर आपने कांग्रेस पर हमला बोला था। विपक्षी एकता को देखते हुए कांग्रेस ने बड़ी बड़ी कार्रवाई का विरोध किया है। 

जानिए क्या है पूरा मामला?

दरअसल, वर्ष 2004 से 2009 के बीच लालू प्रसाद यादव यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे। आरोप है कि लालू के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे भर्ती में घोटाला हुआ। लालू यादव और उनके परिवार पर आरोप है कि रेलवे में ग्रुप-डी की नौकरी लगवाने के बहाने जमीन और साजिश के लिए गए। सीबीआई ने इस मामले में जांच के बाद लाल प्रसाद यादव और उनकी बेटी मीसा भारती के खिलाफ मामला दर्ज किया। आरोप है कि जो जमीन पर आ गए वो राबड़ी देवी और मीसा भारत के नाम पर भी आ गए।

बिना नोटिस/विज्ञापन के हो गई भर्ती?

रेलवे में भर्ती के लिए विज्ञापन या कोई नोटिस जारी नहीं किया गया था। फिर भी जो पूर्वांचल के निवासी थे, उन्हें मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में अलग-अलग जोनल रेलवे में सबस्टिच्यूट के रूप में नियुक्त किया गया था। सीबीआई का कहना है कि इस मामले में पूर्वाचल में 1,05,292 वर्ग काम जमीन लालू प्रसाद यादव के परिवार के सदस्यों ने घोषणा को भुगतान कर अधिग्रहीत की थी। चार्ज साइज में सीबीआइ ने लालू प्रसाद के अलावा राबड़ी देवी और 14 अन्य लोगों को भी दिया है।

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