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छतीसगढ़ में रिकार्ड खरीद तो इस प्रदेश में नुकसान में धान बेच रहे किसान, वजह जानकर हैरान रह जाएंग

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Paddy Procurement In Bihar: देश के अधिकांश राज्यों में धान खरीद हो चुकी है. वहीं, कुछ राज्यों में धान खरीद चल रही है. उत्तर प्रदेश में धान की खरीद धीमी हैं. यहां राज्य सरकार ने कह दिया है कि जब तक किसान चाहें मंडी आकर धान बेच सकते हैं. वहीं छत्तीसगढ़ में धान खरीद तेज है. यहां राज्य सरकार ने रिकॉर्ड धान खरीद कर ली हैं. धान खरीद का समय पर भुगतान मिलने से जहां किसान खुश हैं. वहीं, बंपर खरीद होने के चलते बिहार सरकार के मंत्री भी केक काट रहे हैं. इससे उलट बिहार में धान खरीद की स्थिति ठीक नहीं है. 

बिहार में लाखों किसान नहीं बेच पाएंगे धान
लक्ष्य अधिक न मिलने के कारण बिहार में किसानों के सामने एमएसपी पर धान बेचने का संकट पैदा हो गया है. किसान चाहकर भी अपना धान सरकारी केंद्रों पर नहीं बेच रहे हैं. खराब तस्वीर अकेले बिहार के सीवान से ही सामने आई है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बिहार के सीवान में 20 प्रतिशत किसान अभी भी ऐसे हैं, जोकि अपना धान नहीं बेच पाए हैं. इससे किसान परेशान हो गए है. किसानों का कहना है कि प्रदेश सरकार ने धान खरीद का लक्ष्य नहीं बढ़ाया है. इस कारण किसानों को उल्टी सीधी कीमतों पर धान को बेचना पड़ रहा है. जिले में धान खरीद के लिए 287 समितियां चयनित की गई हैं. इनमें से 150 समिति ने धान खरीद का लक्ष्य पूरा कर लिया है. आंकड़ों के अनुसार, अकेले सीवान में धान बिक्री के लिए 31 हजार 490 किसानों ने पंजीकरण कराया है. इनमें से 10 हजार 650 किसानों से 65 हजार 166 एमटी धान खरीद कर ली गई है. 20 हजार 840 अभी धान बेचने से वंचित रह गए हैं. अधिकारियों का कहना है कि किसान अब धान नहीं बेच पाएंगे.

72 घंटे में पहुंचा किसानों के खाते में पैसा
देश में जिन राज्यों में धान खरीद हो रही है. प्रत्येक राज्य सरकार की कोशिश रही है कि 72 घंटे में ही किसानों के खाते में पैसा पहुंच जाए. हरियाणा सरकार ने तो 48 घंटे में ही किसानों के खाते में पैसा भेज दिया था. वहीं, बिहार सरकार ने भी किसानों के हित में कदम उठाते हुए 72 घंटे में पैसा भेजा है. सही समय पर पैमेंट आने से किसान खुश हैं. 

छत्तीसगढ़ में रिकॉर्ड 103 लाख मीट्रिक टन हुई धान खरीद
छत्तीसगढ़ में इस बार रिकार्ड धान खरीद हुई है. धान खरीद के कारण पिछले कई सालों का रिकॉर्ड टूट गया है. वर्ष 2021-22 में 98 लाख मीट्रिक टन धान खरीद हुई थी. इस साल यह बढ़कर 103 लाख मीट्रिक टन हो गई है. धान खरीद की अंतिम तारीख 31 जनवरी है. ऐसे में धान खरीद का आंकड़ा और बढ़ने की उम्मीद है. वहीं, राज्य सरकार ने धान खरी का लक्ष्य 110 लाख मीट्रिक टन तय कर रखा है. इस सीजन में लक्ष्य के सापेक्ष 7 लाख मीट्रिक टन धान खरीद और होनी है, जोकि जल्द ही होने की उम्मीद है. 

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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