कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023: राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल (कपिल सिब्बल) ने कांग्रेस को नोटिस जारी करने को लेकर चुनाव आयोग (ईसीआई) पर निशाना साधा है। उन्होंने रविवार (7 मई) को कहा कि चुनाव आयोग को पीएम मोदी (पीएम मोदी) से भी कांग्रेस (Congress) के परोक्ष भ्रम को लेकर सबूत मांगना चाहिए। पीएम ने कांग्रेस पर आतंकवाद (आतंकवाद) में लोगों के साथ पिछले दरवाजे से राजनीतिक बातचीत में शामिल होने का आरोप लगाया है।
दरअसल, चुनाव आयोग ने शनिवार को कांग्रेस को नोटिस जारी किया था। आयोग ने कांग्रेस की ओर से एक विज्ञापन में बीजेपी के आरोपों में भ्रष्टाचार के भ्रम को लेकर सबूत मांगे थे। कांग्रेस ने बीजेपी के खिलाफ अखबारों में ‘भ्रष्टाचार रेट कार्ड’ विज्ञापन प्रकाशित किया था। ये नोटिस बीबीसी की शिकायत दर्ज करने के बाद जारी किया गया था। इसी को लेकर पूर्व कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल ने ये खड़ा किया सवाल।
“प्रधानमंत्री से अनुमान की कमी नहीं”
पूर्व केंद्रीय मंत्री सिब्बल ने इन घटनाओं को लेकर ट्वीट किया कि चुनाव आयोग ने बीबीसी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर कांग्रेस से सबूत मांगे हैं। प्रधानमंत्री की ओर से कांग्रेस पर आतंक में घिरे लोगों के साथ पिछले दरवाजे से बातचीत करने के आरोपों से संबंध में सबूतों को लेकर क्या किया जा रहा है। उन्होंने आगे लिखा कि क्या चुनाव आयोग में प्रधानमंत्री से सबूत की कमी की आशंका नहीं है।
कांग्रेस ने कार्रवाई की मांग की
कपिल सिब्बल ने पिछले साल मई में कांग्रेस छोड़ दी थी। शनिवार को कांग्रेस ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर पीएम मोदी के खिलाफ छद्म कार्रवाई की मांग की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस ने वोट बैंक के लिए आतंकवाद को पाना दी।
जिम्मेवारों के मुद्दों को लेकर भी निशाना था
इससे पहले सिब्बल ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के झूठ के दावे में प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी पर शनिवार को सवाल उठाए थे। सिब्बल ने पूछा था कि उत्तर प्रदेश में चुनाव के चक्कर से कौन सा चक्कर इतना महत्वपूर्ण है कि जांच पूरी होने तक उसे पद से हटाया नहीं जा सकता है। आपकी बेटी स्कैलाओ का क्या हुआ? प्रधानमंत्री और गृह मंत्री चुप क्यों हैं।
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