चक्रवात बिपारजॉय: गुजरात में तूफान बिपरजॉय को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया है। आशंका है कि अरब सागर से आ रहा ये तूफान कुछ दिनों में गुजरात में लैंडफॉल करेगा। यह तूफान अति प्रचंड रूप ले सकता है जिसका अलर्ट लगातार मौसम विभाग दे रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मंगलवार (13 जून) को चक्रीय तूफान बिपरजॉय की तैयारियों की समीक्षा बैठक की।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “केंद्र सरकार और राज्यों ने 9 साल में मिलकर कई प्राप्त किए हैं और नए से उपलब्ध समाधान के लिए खुद को तैयार किया है।” वे गारंटी देते हैं कि सरकार इसके लिए पूरी तरह से तैयार है। हमारा उद्देश्य ‘जीरो कैजुअल्टी’ सुनिश्चित करना और चक्रीय तूफान ‘बिपरजॉय’ से होने वाले नुकसान को कम करना है।”
मुंबई और गुजरात में बारिश शुरू
नए मौसम के हालात की बात करें तो मुंबई में मंगलवार (13 जून) को न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई, क्योंकि शहर में चक्रीय तूफान बिपरजॉय के कारण बारिश होना शुरू हो गई है। ‘बिपरजॉय’ के प्रभाव से गुजरात की अरावली जिले के कई हिस्सों में भी भारी बारिश हुई है। गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सिस्टम की तरफ से समय-समय पर जारी किए गए निर्देशों का पालन करें।
एंडी की तैयारी
एंडी रैकेट के डाटजी ऑपरेशन मोहसिनफी ने बताया कि उनका फोकस क्षेत्र कच्छ और सौराष्ट्र हैं, जहां लैंडफॉल (चक्रवात) की अनुमान है। अब तक 30,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम किया गया है। वहीं, चक्रवात से क्षतिग्रस्त हुए एंडरी अनुक्रमण की 17 और स्ट्रेट्स की 12 टीमें कार्यरत हैं।
क्या बोले मनसुख मंडाविया?
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर कहा, “चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के गुजरात के कच्छ जिले की ओर बढ़ने के कारण और भोजन की व्यवस्था और आश्रय-गृह स्थापित किए जा रहे हैं। चिकित्सा और स्वास्थ्य स्थिति से समझौता के इसके लिए भी योजना तैयार की जा रही है।एक और ट्वीट में उन्होंने कहा, “साइक्लोन बिपरजॉय को लेकर हमारी सेना पूरी तैयारी कर रही है। भुज के मिलिट्री बेस में मैंने इन तैयारियों का जायजा लिया। इस ज़ोन क्राइसिस को लेकर सेना के सील्स से बातचीत भी की।”
गंभीर चक्र में बदलने की अनुमान
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार भारत के कई राज्यों में तेज हवाएं और बारिश हो सकती है। लोगों को समुद्र किनारे जाने से मना किया गया है। मछुआरे को भी समुद्र में नहीं जाने की हिदायत दी गई है। आईएमडी के अनुसार, ‘बिपारजॉय’ मंगलवार को अत्यंत गंभीर चक्र से कमजोर होकर तीव्र गंभीर चक्र में बदल गया। यह अत्यंत गंभीर चक्र के रूप में 15 जून की शाम को जखाऊ बंदरगाह के पास सौराष्ट्र और कच्छ के करीब को पार करने की संभावना है। इस दौरान अधिकतम 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के आसार हैं।
इन क्षेत्रों में तेज बारिश होगी
आईएमडी के दावे से मौत के महापात्र ने कहा, “बिपारजॉय से काफी ज्यादा नुकसान हो सकता है। गुजरात में कच्छ, देवभूमि द्वारका, जामनगर में 13 से 15 जून तक 20 योर से ज्यादा बारिश हो सकती है।” उन्होंने कहा कि अगर यहां 25 सेंटीमीटर से ज्यादा बारिश दर्ज हुई तो उन्हें इस बात से भी हैरानी नहीं होगी। आमतौर पर इस समय इतनी तेज बारिश नहीं होती है इसलिए निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा होने की संभावना है।”
बाइपरजॉय से नुकसान का खतरा
मौसम विभाग के अनुसार, बिपरजॉय के कारण इतनी तेज हवाएं चल सकती हैं कि पेड़ गिर सकते हैं। इससे घरों के क्षतिग्रस्त होने की संभावनाएं बनती हैं। टीन शेड गिरने के साथ ही सुंदर को भी नुकसान पहुंच सकता है। कुछ क्षेत्रों में बारिश के साथ ही बाढ़ आने का खतरा भी हो सकता है। सौराष्ट्र, कच्छ के निचले तटवर्ती क्षेत्र में तीन से छह मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं।
बिपरजॉय को लेकर रेलवे की तैयारी
वेस्ट रेलवे के सीपीआरओ सुमित ठाकुर ने बताया कि बिपरजॉय के डैमेज को देखते हुए 69 ट्रेन को रद्द कर दिया गया है, 32 ट्रेन को शॉर्ट-टर्मिनेट किया गया है, जबकि 26 ट्रेन को शॉर्ट-ऑर्जिनेट किया जाएगा। वहीं, रेलवे बोर्ड के वेतन और सीईओ कुमार लाहोटी और अन्य बोर्ड के सदस्य बिपोर्जॉय से आय होने की स्थिति पर सीधी नजर रखी जाती है।
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