India Education Budget 2023: पांचवें आम बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने एजुकेशन के क्षेत्र में कई बड़ी घोषणाएं की. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में देश भर में 57 नए नर्सिंग कॉलेज खोले जाएंगे. इसके साथ ही उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के इस्तेमाल पर भी जोर दिया. उन्होंने रीजनल लैंग्वेज के ज्यादा इस्तेमाल और डिजिटल लाइब्रेरी की संख्या बढ़ाने की भी बात कही.
कोरोना के दौरान हुए पढ़ाई के नुकसान की होगी भरपाई
निर्मला सीतारामन ने कहा कि रीडिंग कल्चर को बढ़ावा देने और पेंडमिक के समय हुए पढ़ाई के नुकसान को पूरा करने के लिए नेशनल बुक ट्रस्ट, चिल्ड्रन्स बुक ट्रस्ट और दूसरे सोर्सेस को रीजनल लैंग्वेजेस में भी किताबें उपलब्ध कराने के लिए प्रेरित किया जाएगा. इसके साथ ही इंग्लिश में भी किताबें उपलब्ध करायी जाएंगी. उन्होंने लाइबेरी के डिजिटलाइजेशन पर भी जोर दिया.
सात हजार से ज्यादा एकलव्य मॉडल स्कूल खुलेंगे
वित्तमंत्री ने अपनी घोषणा में कहा कि ट्राइबल स्टूडेंट्स के लिए देश भर में 7 हजार से ज्यादा एकलव्य मॉडल स्कूल खुलेंगे. इनमें पढ़ाने के लिए सेंटर, 38,000 से अधिक टीचर्स और सपोर्ट स्टाफ की नियुक्ति करेगा. यानी स्कूल के साथ ही रोजगार के भी अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे.
एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स में बनेंगे एआई सेंटर
टॉप एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स में तीन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खोले जाएंगे. इसमें लीडिंग इंडस्ट्री प्लेयर्स पार्टनर होंगे जो रिसर्च में हेल्प करेंगे, नए एप्लीकेशन डेवलेप करने में मदद करेंगे और हेल्थ, एग्रीकल्चर आदि से संबंधित समस्याओं के हल निकालने में सहायता देंगे.
लाइब्रेरी भी सेट की जाएंगी
वित्त मंत्री ने कहा कि बच्चों और युवाओं के लिए नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी सेट की जाएगी, जिसमें सभी विषयों और सभी सेक्शन की किताबें उपलब्ध कराया जाएंगी. उन्होंने कहा कि स्टेट्स को भी प्रेरित किया जाएगा कि वे वार्ड और पंचायत लेवल पर लाइब्रेरी सेट करें ताकि नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी का फायदा हर कोई उठा सके.
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