भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया दूसरा टेस्ट: ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज डेविड वॉर्नर भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में खराब तरीके से फ्लॉप रहे। नागारा में खेले बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले जाम में वह पहली पारी में 1 और दूसरी पारी में 10 रन बनाकर आउट हुए। उनकी खराब खाते के बाद यह चर्चा शुरू हो गई कि क्या डेविड वॉर्नर को दिल्ली में भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के प्लेइंग इलेवन से ड्रॉप करना चाहिए या नहीं। नागपुर टेस्ट में भारत ने ऑस्ट्रेलिया की एक पारी और 132 रन से हराया था।
वोर्नर को ड्रॉप करने के पक्ष में जॉनसन
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज माइकल जॉनसन का मानना है कि डेविड वोर्नर के दिल्ली में खेलने वाले दूसरे टेस्ट में टीम से ड्रॉप कर देना चाहिए। ट्रेविस हेड को उनकी जगह टीम में मौका दिया जाए। वहीं अगर हेड की बात की जाए तो उनकी एशियाई एशियाई पिचें कम हो रही हैं। एशिया में हेड का औसत 21.30 है। श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में उन्होंने 7.66 के औसत से सिर्फ 23 रन बनाए थे। नागपुर टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई टीम की तरफ से नाकाम होने वाले वॉर्नर इकलौते बल्लेबाज नहीं थे। कंगारू टीम के ज्यादातर बैटर भारतीय स्पिनरों की गेंदों को भरकर भर दिया गया।
कभी नहीं गिरा वॉर्नर
एशिया में ट्रेविस हेड के खराब रिकॉर्ड को देखते हुए क्या वॉर्नर को टीम से गिरा दिया जाएगा इसकी संख्या बहुत कम है? वर्ष 2018 में वॉर्नर पर एक साल का प्रतिबंध लगे रहने पर उन्हें कभी भी टीम से नहीं हटाया गया। हालांकि उपमहाद्वीप में खेलते हुए वॉर्नर ज्यादातर संदेह में हैं। साल 2016 में श्रीलंका के दौरे पर वोर्नर ने कहा था, आपको काफी गांभीर्य रखना होगा। बाउंड के लिए आपको प्रतीक्षा करना होगा। उद्र ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने स्पष्ट किया है कि उच्च क्रम में भिन्नता की तीक्ष्णता में भिन्नता है।
यह भी पढ़ें: