कोरोमंडल ट्रेन दुर्घटना: ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार (2 जून) को हुए ट्रेन हादसे में अब तक 275 लोगों की मौत हो गई है। इस दुर्घटना में 1100 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इस हादसे को लेकर कांग्रेस महासचिव गांधी वाड्रा (प्रियंका गांधी) ने रविवार (4 जून) को ट्वीट कर कहा, “उड़ीसा में हुई सिनिस्टर ट्रेन दुर्घटना को हुए 24 घंटे से ज्यादा बीच में फटे हुए हैं। क्या और नैतिक आधार पर शीर्ष स्थिति पर। बैठे लोगों की जगह नहीं बनाई जानी चाहिए?”
निष्पक्ष गांधी ने पूछा, “विशेषज्ञों, मंडल समिति, सीएजी रिपोर्ट की चेतावनियों और सुझावों को नजरंदाज करने के लिए कौन जिम्मेदार है? रेलवे में खाली पड़े पड़े हैं और महत्वपूर्ण क्षेत्रों में निधि की कमी के लिए किसकी जिम्मेदारी तय होगी? लाल बहादुर शास्त्री जी, निवर्तमान कुमार जी, माधव राव सिंधिया जी के नैतिक मार्ग का पालन करते हुए क्या रेल मंत्री जी को इस्तीफा नहीं देना चाहिए?”
बालासोर, उड़ीसा में सिनिस्टर ट्रेन दुर्घटना को होने के 24 घंटे से अधिक अंक हैं
क्या मानवीय और आधारिक नैतिक पर शीर्ष पदों पर बैठे लोगों की नियुक्ति नहीं की जानी चाहिए?
चयन समिति, सीएजी रिपोर्ट की चेतावनियों व सुझावों को निगरानी करने के लिए कौन जिम्मेदार है?
रेलवे में…
– प्रियंका गांधी वाड्रा (@priyankagandhi) 4 जून, 2023
रेल मंत्री के सहयोग की चाहत
ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे को लेकर जांच कमेटी बनाई गई है और रेल मंत्री ने जल्द रिपोर्ट ही आने का दावा किया है। हादसे में घायल यात्रियों का इलाज जारी है। ट्रैक का काम भी तेजी से चल रहा है। इस बीच अब विपक्षी पार्टियां रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पर इस्तीफा देने का दबाव बना रही हैं।
हादसे को लेकर रेल मंत्री क्या कहते हैं?
घटना के 39 घंटे बाद केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि घटना की वास्तविक वजह इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव हो रही है। उन्होंने कहा, “रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने मामले की जांच की है और मेरे लिए उस पर किसी तरह की टिप्पणी करना गलत होगा। जांच रिपोर्ट के बाद ही घटना के कारणों की वास्तविक वजह का पता लगाना संभव है। इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान कर सकते हैं। ली है।”
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