ओडिशा ट्रेन दुर्घटना: ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण ट्रेन हादसे ने अब तक 207 लोगों की जान ली है और 900 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इस हादसे की सूचना मिलने के बाद हर कोई स्तंभ है कि एक ही स्थान पर तीन ट्रेनें कैसे दुर्घटना की शिकार हो गईं। दुर्घटना को लेकर दुखद बयान दिया गया है और मुआवजे का ऐलान भी किया गया है।
समाचार एजेंसी पीटी को लेकर घटना को लेकर रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि हावड़ा जा रही 12864 बैंगलोर-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई लोग बाहाना बाजार में पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे। उन्होंने कहा, ” पटरी से उतरे ये मंजूर 12841 शालिमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसकी वजह से भी पलट गए।”
अधिकारियों ने कहा कि कोरो रोड एक्सप्रेस के रास्ते से उतरने के बाद एक मालगाड़ी से टकराया, जिससे मालगाड़ी भी चपेट में आ गई। उन्होंने बताया कि हादसा शाम को करीब सात बजे हुआ। वहीं, रेलवे के प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने कहा कि पहले कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से उतरी और इसके 10-12 रास्ते रेलवे-हावड़ा एक्सप्रेस पर जा गिरे।
10 बड़ी ट्रेन दुर्घटना
1. इन सबके बीच ये पहली बार नहीं है जब इतना बड़ा हादसा हुआ है। इससे पहले, 13 जनवरी, 2022 को बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस के कम से कम 12 बजे पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार में पटरी से उतरे, जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई और 36 अन्य घायल हो गए। वहीं, साल 2018 में अक्टूबर के महीने में दबंगों के मलबे पर पंजाब के अमृतसर में भीषण ट्रेन हादसा हुआ था जिसमें 61 लोगों की मौत की पुष्टि हुई थी।
2. 23 अगस्त, 2017 को दिल्ली जाने वाली कैफियत एक्सप्रेस के 9 कोच उत्तर-प्रदेश के औरैया के पास पटरी से उतरे, जिसमें कम से कम 70 लोग घायल हुए थे।
3. 19 अगस्त, 2017 को दूसरी और पुरी के बीच चलने वाली कलिंग उत्कल एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश के खतौली के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। ट्रेन के 14 बोगियां पटरी से उतर कर उतरीं, जिसमें 21 यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 97 घायल हो गए।
4. साल 2016 में इंदौर-समुदाय एक्सप्रेस एक्सप्रेस के पुखरायां के पास पटरी से उतरा। जिसमें कम से कम 150 लोगों की मौत हो गई।
5. 20 मार्च 2015 को चार्ट से वाराणसी जा रही जनता एक्सप्रेस में एक बड़ा हादसा हो गया था। उत्तर प्रदेश के रायबरेली में बछरावां रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन का इंजन और उसके साथ दो बोगियों के पटरी से उतरने से 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई और लगभग 150 अन्य घायल हो गए।
6. 26 मई 2014 को उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर इलाके में गोरखपुर की ओर जा रही गोरखधाम एक्सप्रेस खलीलाबाद स्टेशन के पास रुकी मालगाड़ी से टकराई, जिससे 25 लोगों की मौत हो गई और 50 लोग घायल हो गए.
7. 30 जुलाई, 2012 को दिल्ली-चेन्नई तमिलनाडु एक्सप्रेस के एक हफ्ते में नेल्लोर के पास आग लग गई थी, जिसमें 30 से अधिक लोग मारे गए थे।
8. उससे पहले 22 मई, 2012 को हुबली-बैंगलोर हम्पी एक्सप्रेस राज्यों के पास एक मालगाड़ी से टकराया। जिसमें 25 यात्रियों की मौत हो गई और 43 लोग घायल हो गए।
9. साल 2012 को भारतीय रेलवे के इतिहास में रेल दुर्घटना के मामले में सबसे खराब में से एक माना गया था। इस साल करीब 14 हादसे दर्ज हुए, एक ट्रेन के पटरी से उतरने से लेकर आमने-सामने की टक्कर दोनों ही शामिल हैं।
10. 7 जुलाई, 2011 को उत्तर प्रदेश में एटा जिले के पास सपरा-मुरा एक्सप्रेस की एक बस से टक्कर हुई थी। इस घटना में 69 लोगों की जान चली गई और कई गंभीर रूप से घायल हो गए। दुर्घटना मानव अनुपयोगी क्रासिंग पर देर रात हुई थी। ट्रेन की गति से चल रही थी और बस आधा किलोमीटर दूर घसीटती रही।
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