सिलिकॉन वैली बैंक पतन: इस हफ्ते खत्म होते-होते बैंकिंग जगत के लिए बेहद बुरा साबित हुआ है। सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिवस शुक्रवार को अमेरिका के सबसे बड़े बैंकों में से एक सिलिकॉन वैली बैंक (सिलिकॉन वैली बैंक) के डूबने की खबर सामने आई, जिससे दुनिया भर के निवेशक हलकान हो गए हैं। आशंकाएं जा रही हैं कि एसवीबी के डूबने से दुनिया के कई बंधकों पर बड़ा असर हो सकता है।
पेटी सीईओ ने खंडन किया
भारत में भी कई विविध उद्यम एसवीबी के डूबने से प्रभावित हो सकते हैं। ऐसे अनुमान लगाए जा रहे हैं कि प्रभावित होने वाले सक्रिय जीव में पेटी का भी नाम मिल सकता है। हालांकि पेटी के फाउंडर एवं सीईओ विजय शेखर शर्मा ने इन कयासों पर शनिवार को विराम लगा दिया। उन्होंने साफ किया कि अब पेटी में सिलिकॉन वैली बैंक की कोई निगरानी नहीं है।
पहले राउंड में हुआ था निवेश
शर्मा ने एक अखबार के कतरन को ट्वीट करते हुए ट्वीट किया कि सिलिकॉन वैली बैंक भले ही पेटी के द्वारा इनवेस्टर्स से शुरू किया गया था, लेकिन अब उसके पास कोई शिकायत नहीं है। उन्होंने कहा कि पेटी की पैरेंट कंपनी वन97 कम्यूनिकेशन्स के लिए निवेश के पहले दौर में सिलिकॉन वैली बैंक ने भी फंड दिया था। उस निवेश से पेटी को टेल्को वीएएस कंपनी से आज फिनटेक कंपनी बनने में मदद मिली।
एसवीबी एक्जिट कर चुका है
उन्होंने आगे बताया कि सिलिकॉन वैली बैंक ने अन्य निजी निवेशकों को क्लोज सेलकर काफी समय पहले पेटी से एक्जिट कर लिया था। सिलिकॉन वैली बैंक ने अपना हज 1.7 मिलियन डॉलर के निवेश पर ठीक-ठाक भी कमाया था। उन्होंने खबर का खंडन करते हुए कहा कि सिलिकॉन वैली बैंक न तो अब पेटी में निवेशक है, और न ही खबरों में बताई गई राशि का निवेश हुआ है।
खबर में थी ये बात
ट्वीट के साथ अटैच खबर में ट्रैकन के संबंध से उन संगठनों की सूची दी गई है, जिन पर कथित तौर पर सिलिकॉन वैली बैंक का निवेश है। इसमें कहा गया है कि पेटी में सिलिकॉन वैली बैंक का निवेश 4,637 मिलियन डॉलर है। इसके अलावा लिस्ट में पैरेंट कंपनी वन97 कम्यूनिकेशन और पेटी मॉल का भी नाम है। सूची में भारत के कई अन्य लक्षण भी हैं।
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