इंफोसिस नारायण मूर्ति अद्यतन: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए सुबह से मतदान हो रहा है। लेकिन बेंगलुरू को दुनिया में ख्याति वाले शख्स और देश की दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस के को-फांउडर और अकाउंट एमरिटस 77 साल एन आर नाराणन मूर्ति ने पोलिंग करने के बाद जो बात कही उससे उन्होंने सभी का दिल जीत लिया। देश के सबसे प्रतिष्ठित उद्योगपतियों में से एक एन आर नाराणन मूर्ति जो अपनी विश्वसनीयता के लिए जाती है केवल विधानसभा चुनाव में मतदान करने के लिए उसी विदेश यात्रा से लौटकर बेंगलुरू पहुंची।
सुबह-सुबह मतगणना के लिए नारायण प्रतिमा अपनी पत्नी सुधा प्रतिमा को देखा गया। मतदान करने के बाद जब पोलिंग बूथ से वे निकले तो अप्रामाणिक मतदाताओं ने चुनाव से जुड़े उनसे कई सवाल पूछे। नारायण प्रतिमा लेकर जब भविष्य की उम्मीदों को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, मेरी उम्मीद है कि मेरे पोते-पोती के रहने के लिए दुनिया की ये सबसे बेहतरीन जगहों में से एक हो, जहां वे अपना करियर बना सकें, सबसे बेहतर शिक्षा सक्षम करें और समाज में अपना योगदान दें। नारायण मूर्ति यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि, देश के सबसे दूर-दराज इलाके में रहने वाले सबसे गरीब बच्चे को भी बेहतर शिक्षा, बेहतर स्वास्थ्य सेवा और अच्छा भोजन उपलब्ध हो साथ ही उनके पोते-पोतियों का भविष्य उज्जवल हो।
बेंगलुरू जैसे महामगरों में कम मतदान का ठीकरा नाराम्यण प्रतिमा ने बड़े-बुजुर्गों पर फोटो खिंचवाई। उन्होंने कहा कि घर की दास्तां को अपने बच्चों को बताना चाहिए कि मतदान क्यों जरूरी है। उन्होंने कहा कि जब हमारा मतदान करने की उम्र हो गई है तो हमारे माता-पिता यह सुनिश्चित करते हैं कि हमारा नाम मतदाता सूची में शामिल हों और मतदान वाले दिन हम कहीं भी जाएं और मतदान अवश्य करें।
हालांकि नाराणन प्रतिमा ने कर्नाटक के चुनावी बयानों में जिन मुद्दों को लेकर पक्ष-विपक्ष के आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं उस पर उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
ये भी पढ़ें