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इंदिरा एकादशी व्रत से पितरों को मिलता है मोक्ष, जानें डेट, मुहूर्त और ये कथा

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Pitru Paksha, Indira Ekadashi 2023: 10 अक्टूबर 2023 को इंदिरा एकादशी है. पितृ पक्ष की इंदिरा एकादशी बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है. मान्यता है कि इंदिरा एकादशी व्रत के प्रताप से पितरों को यमलोक में यातनाएं नहीं सेहनी पड़ती उन्हें मोक्ष प्राप्त होता है.

इस दिन व्रत रखकर  एकादशी का श्राद्ध और श्रीहरि की पूजा कथा करने से सात पीढ़ियों के पितर पाप मुक्त हो जाते हैं. नरक में गए हुए पितरों का उद्धार हो जाता है. आइए जानते हैं इंदिरा एकादशी का मुहूर्त, कथा.

इंदिरा एकादशी 2023 मुहूर्त (Indira Ekadashi 2023 Muhurat)

अश्विन कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि शुरू – 9 अक्टूबर 2023, दोपहर 12.36

अश्विन कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि समाप्त – 10 अक्टूबर 2023, दोपहर 03.08

  • विष्णु पूजा का समय – सुबह 09. 13 – दोपहर 12.08 (10 अक्टूबर 2023)
  • इंदिरा एकादशी व्रत पारण समय – सुबह 06.19 – सुबह 08.39 (11 अक्टूबर 2023)

इंदिरा एकादशी कथा (Indira Ekadashi Katha)

सतयुग में महिष्मती नाम की नगरी में इन्द्रसेन नाम का एक प्रतापी राजा राज्य करता था। वह पुत्र, पौत्र, धन-धान्य आदि से पूर्ण था। उसके शत्रु सदैव उससे भयभीत रहते थे. एक दिन नारद मुनि राजा इंद्रसेन के मृत पिता का संदेश लेकर उनकी सभा में पहुंचे. यहां नारद जी ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व जब वह यमलोग गए थे तो उनकी भेंट राजा के पिता से हुई थी. राजा के पिता ने बताया कि जीवन काल में एकादशी का व्रत भंग होने की वजह से उन्हें अभी तक मुक्ति नहीं मिल पाई है. वह अभी भी यमलोक में ही हैं.

इंदिरा एकादशी व्रत से पिता को मिली यमलोक से मुक्ति

राजा इंद्रसेन पिता की इस स्थिति को सुनकर बहुत दुखी हुआ. उसने नारद जी से पिता को मुक्ति दिलाने का उपाय जाना. नारद जी ने राजा से कहा कि अगर वह अश्विन माह की इंदिरा एकादशी का व्रत करेंगे तो पिता तमाम दोषों से मुक्ति होकर बैंकुठ लोग में जाएंगे. उन्हें स्वर्ग की प्राप्ति होगी. राजा इंद्रसेन इंदिरा एकादशी व्रत को करने के लिए तैयार हो गए नारद जी द्वारा बताई विधि से राजा इंद्रसेन ने व्रत का संकल्प लिया और इंदिरा एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा, पितरों का श्राद्ध, ब्राह्मण को भोजन, दान किया. जिसके फलस्वरूप राजा के पिता को स्वर्ग मिला और साथ ही इंद्रसेन भी मृत्यु के बाद मोक्ष को प्राप्त हुए.

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Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.



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