लगभग सभी व्यक्तिगत बैंक खाते का उपयोग किया जाता है, विशेष रूप से कार्यशील लोगों की तो इस पर भारी मात्रा में शुरुआत होती है। अमूमन लोग बैंकों में सेविंग या मुद्रा खाते में हैं। इससे लोगों को नुकसान उठाना पड़ता है, क्योंकि बैंक सेविंग अकाउंट या करंट अकाउंट पर ज्यादा रिटर्न नहीं दिया जाता है। वहीं अगर बैंक में एक ही पैसे में एफडी करा दी जाए तो असमान्य रूप से ज्यादा ब्याज का फायदा होता है। वी करंट मनी और एफडी के बीच सेविंग एक दिलचस्प फीचर है, जिसके बारे में हम यहां विस्तार से बता रहे हैं। सेविंग व करंट अकाउंट का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप कभी-कभी भी डिजिटल मनी डाल सकते हैं और जरूरत पड़ने पर उसी अकाउंट से पैसा निकाल सकते हैं। इस मामले में एफडी आराम देह है, क्योंकि इसमें एक बार पैसे पार्क कर देने पर वह कुछ समय के लिए बंध जाती है। दूसरी ओर रिटर्न के अकाउंट से एफडी का वेट सेविंग वीसीकरन अकाउंट से सबसे ज्यादा होता है। यह विशेषता आपको आवश्यक भुगतान से भुगतान और निकासी की सुविधा देती है, और साथ ही आपको एफडी वाला ब्याज भी सुनिश्चित करना होता है। आइये जानते हैं कि ये विशेषताएँ कैसे काम करती हैं? इन एफडी के क्या फायदे हैं और इसके नुकसान क्या हैं? मान लीजिए कि आप नौकरी भी करते हैं और बिजनेस या कमाई भी करते हैं। आपकी नौकरी के खर्चे आपकी नौकरी से निकल जाते हैं। सेविंग या करेंसी अकाउंट में आपकी डेट आती है। इसके अलावा दूसरा चित्र जो पैसा दिखाता है, वह आपके लिए एक्स्ट्रा है, लेकिन वह ठीक नहीं है। कभी इधर से 10 हजार भी जाता है, तो कभी 50 हजार भी. आने का कोई समय या अंतर भी फिक्स नहीं है। ऐसे में आपके पास अन्य मानक से लेकर एक्स्ट्रा पैसा भी है, जो सेविंग या करंट अकाउंट में है, जिस पर आपको बैंक से बेहद मामूली दिलचस्पी है। इस विशिष्टता को वैसे ही लोग भी इस्तेमाल कर सकते हैं,प्रोडक्ट किसी एक प्रमाण से भी हो रही कमाई सरप्लस हो रही हो। यह विशेषता आपकी सेविंग या करंट अकाउंट में डेल शेयर को एफडी में डाल देती है। जैसे मान लिया कि आपका हर महीने का खर्च 50 हजार है। आपके एप्लिकेशन में विशिष्टता के तहत आपके खाते में 50 हजार की सीमा दी गई। अब होगा ये कि आपके अकाउंट में 50 हजार रुपये से ऊपर जो भी फैन रहेगा, वो खुद FD हो जाएगा। इससे आपको अपने फंड पर अधिकांश ब्याज का भुगतान मिलेगा, जो सामान्य एफडी के बराबर होगा।
क्या इसमें भी एफडी पर पैसा जाम होगा? मान लीजिए कि आप 2 लाख रुपये पर 5 साल के लिए एफडी बनवा रहे हैं, तो यहां आपके 2 लाख रुपये पर 5 साल के लिए जाम लग गया। अगर अचानक कोई बड़ी जरूरत पड़ी तो आप एफडी से पैसे नहीं निकाल पाएंगे, क्योंकि 5 साल की मैच्योरिटी से पहले एफडी तोड़ेंगे तो घाटा हो जाएगा। विशेष विवरण में यह समस्या भी दूर होती है। आप इस फीचर के तहत अचानक जरूरत पड़ने पर कुछ समय के लिए इस एफडी से पैसे निकाल सकते हैं और बाद में इसे ठीक कर सकते हैं। तय समय में पैसे वापस देने पर आपको कोई शुल्क या पेनल्टी देने की जरूरत नहीं होगी। आप अपने बैंक से बात कर इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। सभी प्रमुख बैंक अपने इंटरनेट को ये सुविधा देते हैं। जिस भी बैंक में आपका सेविंग या करंट अकाउंट है, उससे संपर्क करें। बैंक आपका खाता इन एफडी खाता ओपन कर देगा। इस नए एप्लिकेशन इन एफडी अकाउंट को आपके पुराने सेविंग या करंट अकाउंट से लिंक किया जाएगा। आप अपनी सुविधा के खाते से छूट इन लिमिट सेट कर सकते हैं। बस हो गया काम…इतना ही मिलता है नामांकित नामांकन पर एफडी का मजा!
ये भी पढ़ें: ऑनलाइन बैंक से लेकर रेडियो तक… 25 साल पुराना है एलन मस्क का एक्स कनेक्शन!