Veg Thali Cost: अगस्त और जुलाई के महीने में खाने की थाली के औसत दामों में बेतहाशा तेजी देखी गई थी और इसके पीछे सबसे बड़ा कारण था टमाटर के रेट में जोरदार इजाफा. हालांकि अब सितंबर के महीने में खाने की थाली के औसत दाम में 17 फीसदी की अच्छी खासी कमी देखी गई है. 17 फीसदी की ये कटौती शाकाहारी थाली के दाम में देखी गई है और टमाटर के दामों के सामान्य स्तर पर आने के बाद ये स्थिति आई है.
नॉन-वेजिटेरियन थाली के रेट भी हुए सस्ते- मिली राहत
वहीं नॉन-वेजिटेरियन थाली या मांसाहारी थाली के औसत दामों में 9 फीसदी की गिरावट देखी गई है. क्रिसिल के मंथली फूड प्लेट कॉस्ट इंडीकेटर में ये बात सामने आई है. हालांकि सितंबर के महीने में प्याज के दामों में 12 फीसदी की खासी बढ़ोतरी देखी गई है और अनुमान ये ही है कि आने वाले महीनों में भी ये रेट मजबूत बने रह सकते हैं. खरीफ 2023 की फसल का आउटपुट लोअर रहा है जिसके चलते प्याज की कीमतों में तेजी रह सकती है.
चिकेन के दामों में हुआ है इजाफा
सितंबर में मांसाहारी थाली में महीने दर महीने आधार पर 9 फीसदी की गिरावट देखी गई है और ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि Broiler यानी चिकेन के रेट पिछले महीने से 2-3 फीसदी बढ़ गए हैं और इसका मांसाहारी थाली की कुल कॉस्ट में 50 फीसदी से ज्यादा हिस्सा होता है.
अन्य खर्चों को जानें जो खाने की थाली की कॉस्ट पर डालते हैं असर
शाकाहारी थाली में 14 फीसदी हिस्सा रखने वाला और मांसाहारी थाली में 8 फीसदी हिस्सा रखने वाले ईंधन के दाम सितंबर में 18 फीसदी तक नीचे आए हैं. सितंबर में एलपीजी सिलेंडर के दाम 1103 रुपये से घटकर 903 रुपये तक आ गए हैं जिसका असर खाने की थाली की कॉस्ट पर दिखा है. इस महीने हरी मिर्च के दामों में भी 31 फीसदी तक की कमी आई है जिसके असर से फूड प्लेट सस्ती होने में मदद मिली है.
ऐसे तय होता है थाली का रेट
देश के सभी क्षेत्रों में खाने-पीने की चीजों की कीमतों के आधार पर क्रिसिल घर में एक थाली की औसतन कीमत निकालती है. इससे लोगों के खानपान पर आ रहे खर्च का पता लगाने में आसानी होती है. अनाज, दालें, सब्जी, मसाले, खाने के तेल, ब्रॉइलर यानि चिकेन और रसोई गैस के चलते थाली की कीमत में आ रहे बदलाव का पता लगता है.
जानें खास बातें
- क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स की फूड प्लेट कॉस्ट के मंथली इंडीकेटर में रोटी चावल दर (आरआरआर) के मुताबिक, सितंबर में शाकाहारी और मांसाहारी थाली की कीमतें घटी हैं.
- सितंबर में टमाटर की कीमत मंथली बेसिस पर 62 फीसदी घटकर 39 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई है. अगस्त में टमाटर 102 रुपये प्रति किलोग्राम पर था.
- वेज-नॉन वेज थाली की कीमतों में गिरावट का एक प्रमुख कारण टमाटर की कीमत में गिरावट का रहा है.
- रिपोर्ट के मुताबिक सालाना आधार पर सितंबर में शाकाहारी थाली की कीमत में एक फीसदी की मामूली गिरावट आई है.
- गेहूं और पाम ऑयल की ऊंची कीमतों के चलते मांसाहारी थाली की कीमत में 0.65 फीसदी की मामूली बढ़ोतरी देखी गई है.
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